Mcleodganj. मकलोडगंज। पर्यटक नगरी मकलोडगंज में पिछले कुछ समय से तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाईलामा की अनुपस्थिति के चलते विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। मकलोडगंज को मिनी ल्हासा के नाम से भी जाना जाता है और यह तिब्बति आध्यात्मिक नेता दलाईलामा का घर होने के कारण दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इस समय तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाईलामा अपने निवास स्थान पर नहीं है। इन दिनों तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाईलामा अपने घुटने की सर्जरी के लिए अमरीका गए हुए है, जिसके चलते पर्यटकों से गुलजार रहने वाला मिनी ल्हासा यानी मकलोडगंज में अब सन्नाटा पसरा है। हालांकि पिछले माह अमरीका में दलाईलामा के घुटने की सफल सर्जरी हो गई है।
जिसके बाद धर्मगुरु दलाईलामा अगले माह तक धर्मशाला लौट सकते हैं। यही नहीं, अब तो वीकेंड पर भी होटल संचालकों सहित पर्यटन उद्योग से जुड़े कारोबारियों को पर्यटकों का इंतजार करना पड़ रहा है। पिछले कुछ वीकेंड से उन्हें निराशा ही हाथ लगी है और इस बार भी यही हाल है। इस वीकेंड पर करीब 10 से 20 फीसद तक होटलों में आक्यूपेंसी है। इसके अलावा तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाईलामा की अनुपस्थिति के चलते पर्यटकों की कमी का बड़ा कारण माना जा रहा है। तिब्बतियों के आध्यात्मिक दलाईलामा अपने निवास स्थान पर नहीं है, जिसके कारण न तो विदेशी और न ही अन्य राज्यों के पर्यटकों ने धर्मशाला और मकलोडगंज की ओर अपना रुझान नहीं दिखाया है। इससे होटल और पर्यटन से जुड़े कारोबारियों की हर उम्मीदें चकनाचूर हो गई हैं।होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष राहुल धीमान ने बताया कि बरसात और धर्मगुरु दलाईलामा की अनुपस्थिति के चलते पर्यटन स्थल धर्मशाला-मकलोडगंज-भागसूनाग में पर्यटन कारोबार धीमा पड़ गया। पिछले कुछ सप्ताह से लगातार टूरिस्टों की संख्या घट रही। इस कारण स्थानीय कारोबारियों को खासा नुकसान झेला पड़ रहा है। मौजूदा समय में मकलोडगंज खाली है।