सहानुभूति बटोरने की कोशिश : अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा कि यह सियासी पाखंड सहानुभूति बटोरने की कोशिश है। नंदीग्राम में मुश्किलें बढ़ती देख उन्होंने (Mamata Banerjee) चुनाव से पहले इस 'नौटंकी' की योजना बनाई। ममता केवल राज्य की मुख्यमंत्री ही नहीं वह पुलिस मंत्री भी हैं। क्या आप मान सकते हैं कि पुलिस मंत्री के साथ कोई पुलिसकर्मी नहीं था।
'कार के दरवाजे के पास कोई नहीं था, किसी ने धक्का नहीं दिया'
इस मामले में एक और प्रत्यक्षदर्शी चित्तरंजन दास ने भी ममता बनर्जी के आरोपों को झुठलाया है। दास ने कहा- 'मैं मौके पर मौजूद था। मुख्यमंत्री अपनी कार में अंदर बैठी हुई थीं, लेकिन कार का दरवाजा खुला था। एक पोस्टर से टकराकर कार का दरवाजा बंद हो गया। किसी ने दरवाजे को न तो धक्का दिया और न ही छुआ। दरवाजे के पास कोई भी नहीं था।'
सहानुभूति बटोरने के लिए ड्रामा : विजयवर्गीय
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसे सियासी नाटक बताया है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि चुनाव में हार को देखते हुए ममता बनर्जी सहानुभूति बटोरने के लिए यह ड्रामा कर रही हैं।
क्या तालिबान ने हमला किया : अर्जुन सिंह
बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि क्या यह तालिबान है जिसने उनके काफिले पर हमला किया? ममता के साथ भारी पुलिस बल होता है। चार आईपीएस अधिकारी उसके सुरक्षा प्रभारी हैं। ऐसे में उनके पास हमला करने कौन जा सकता है। हमलावर कहीं भी बाहर नहीं नजर आते हैं। ममता ने सहानुभूति के लिए यह नाटक किया है। चुनाव में पुलिस की ना हो तैनाती : सुवेंदु अधिकारी
वहीं नंदीग्राम से भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल में दो करोड़ से भी ज्यादा लोग बेरोजगार हैं। लोग देश के विकास के साथ जुड़ना चाहते हैं। एक हाथ में केंद्र में मोदी सरकार का लड्डू और दूसरे हाथ में राज्य में भाजपा सरकार का लड्डू दोनों मिलाकर सोनार बांग्ला बनेगा। सुवेंदु ने यह भी कहा कि चुनाव में पुलिस की बजाए अर्धसैनिक बलों को लगाया जाना चाहिए। निर्वाचन आयोग ने मांगी रिपोर्ट
इस बीच समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि निर्वाचन आयोग ने इस घटना पर रिपोर्ट तलब की है। सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव प्रचार के दौरान चोट लगने की घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
कई मंदिरों में पूजा
बताया जाता है कि ममता बनर्जी ने बुधवार को नंदीग्राम से अपना नामांकन दाखिल किया। हल्दिया में नामांकन पत्र दाखिल कर ममता वापस नंदीग्राम आकर कई मंदिरों में जाकर पूजा कीं। इसी दौरान एक मंदिर में दर्शन के बाद निकलते समय ममता के पैर में चोट लग गई। ममता ने यह भी कहा कि घटना के वक्त मौके पर एक भी स्थानीय पुलिसकर्मी व एसपी मौजूद नहीं थे। ममता को जेड प्लस की सुरक्षा उपलब्ध है। कुछ लोगों ने धक्का दिया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि नंदीग्राम में जब वह अपनी गाड़ी के नजदीक थी तो कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण उनके पैर में चोट लग गई। उन्होंने कहा- '4-5 लोगों ने गाड़ी एकदम बंद कर दी। बहुत चोट लग गई... वहां लोकल पुलिस से कोई नहीं था। किसी की साजिश जरूर है। यह जानबूझकर किया गया है।' बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोलकाता के SSKM अस्पताल लाया गया है। वहीं राज्यपाल जयदीप धनखड़ भी पहुंचे हैं।