कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार आमने-सामने, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बाद सीएम भूपेश बघेल ने दिया ये बयान
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भोपाल: महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज (Kalicharan Maharaj Arresting Controversy) को रायपुर पुलिस ने खजुराहो से गिरफ्तार किया है। कालीचरण यहां एक होटल में छुपा हुआ था। रायपुर पुलिस की सात सदस्यीय टीम ने कालीचरण को गिरफ्तार किया है। वह छत्तीसगढ़ में केस दर्ज होने बाद यहां छिपा था। एमपी सरकार को आपत्ति है कि रायपुर पुलिस ने कानूनी प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया है। गिरफ्तारी के बाद छतरपुर पुलिस को इसकी सूचना भी नहीं दी गई।
वहीं, रायपुर पुलिस कालीचरण महाराज को एमपी से लेकर निकल गई है। कालीचरण को सुबह चार बजे गिरफ्तार किया गया है। एमपी सरकार की तरफ से कहा गया है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने एमपी पुलिस को बिना बताए कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर अंतर्राज्यीय प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। एमपी के डीजीपी ने छत्तीसगढ़ डीजीपी से बात कर गिरफ्तारी की प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कर पूरे मसले पर स्पष्टीकरण मांगा है।
एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस की सरकार को प्रोटोकॉल का उल्लंघन नहीं करना चाहिए था। संघीय मर्यादा इसकी इजाजत नहीं देती है। उन्हें सूचना देनी चाहिए थी। छत्तीसगढ़ सरकार उन्हें नोटिस देकर भी बुला सकती थी। मैंने एमपी के डीजीपी को छत्तीसगढ़ पुलिस से बात करने को कहा है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कालीचरण के परिवार और उनके वकील को गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है। 24 घंटे से पहले उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नियम नहीं तोड़े हैं।
वहीं, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि न्याय में इतना विलंब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि बापू को गाली देकर, समाज में विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है। उनके आका भी दोनों सुन लें... भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा... न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता स्वीकार करेगी।
दरअसल, रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महात्मा गांधी को अपशब्द कहकर कालीचरण भागा फिर रहा था। रायपुर पुलिस की तीन टीमें महाराष्ट्र, एमपी और दिल्ली में कालीचरण को ढूंढ रही थी। एक सात सदस्यीय टीम ने कालीचरण को खजुराहो से गिरफ्तार किया है। उसके बाद सीधे सड़क मार्ग के जरिए रायपुर लेकर निकल गई।