चुनाव प्रचार में धूम मचा रही माधवी लता, देखें VIDEO...

महिला भाजपा प्रत्याशी के सबसे ज्यादा मुस्लिम फैंस

Update: 2024-04-27 15:47 GMT
नई दिल्ली। हैदराबाद की लड़ाई इस लोकसभा चुनाव में काफी रोचक हो चुकी है। बीजेपी ने इस सीट से माधवी लता को अपना कैंडिडेट बनाया है। तेलंगाना के सभी 17 लोकसभा सीटों में सबसे हाईप्रोफाइल हैदराबाद में उनका मुकाबला एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से है। यह सीट 1984 से ही ओवैसी परिवार के पास है। माधवी लता अपने बयानों से लोकर अपने सामाजिक कार्यों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में उनकी जमकर तारीफ की थी।
49 साल की माधवी लता पेशे से कारोबारी होने के साथ-साथ समाजसेवी भी हैं और लंबे समय से मुस्लिम-बहुल पुराने शहर में सक्रिय हैं। कोई विशेष राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं होने के बावजूद माधवी लता अपना सियासी वजूद साबित करने के लिए पूरा जोर लगा रही हैं। पेशेवर भरतनाट्यम नृत्यांगना माधवी लता ने तेलुगु और तमिल फिल्मों में अभिनय भी किया है। वह 2018 में भाजपा में शामिल हो गईं और 2019 में आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में गुंटूर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतरीं। हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार मिली।
मुस्लिम समाज में लोकप्रिय माधवी लता को उम्मीदवार बनाये जाने का एक कारण यह रहा कि वह मुस्लिम महिलाओं के उत्थान के लिए काम करती हैं और उनके बीच काफी लोकप्रिय हैं। साथ ही प्रखर वक्ता होना भी उनके पक्ष में है। माधवी लता निराश्रित मुस्लिम महिलाओं की आर्थिक मदद भी करती रही हैं। उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ अभियान भी चलाया था। खुद माधवी लता दावा करती हैं कि उन्हें चुनाव में मुस्लिम महिलाओं का सहयोग मिलेगा। माधवी लता का दावा है कि वह एक साल से इस निर्वाचन क्षेत्र में काम कर रही हैं। इस चुनाव में ओवैसी को माधवी से जोरदार चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। हैदराबाद सीट एआईएमआईएम का गढ़ रही है। ओवैसी जहां मुस्लिम चेहरा हैं, वहीं माधवी लता की छवि कट्टर हिंदुत्व समर्थक की है। दोनों के बीच विचारधारा की लड़ाई है।
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एक विधानसभा सीट भाजपा के पास सात विधानसभा सीटों वाली हैदराबाद लोकसभा सीट में करीब 19 लाख मतदाता हैं। हैदराबाद में जो सात विधानसभा सीटें हैं, उनमें सिर्फ एक सीट गोशामहल में भाजपा विधायक केटी राजा सिंह हैं। बाकी सीटों पर एआईएमआईएम के विधायक हैं। माधवी लता लातम्मा फाउंडेशन और लोपामुद्रा चैरिटेबल ट्रस्ट की ट्रस्टी हैं। माधवी लता का हैदराबाद में एक अस्पताल भी है। वह इस अस्पताल की प्रमुख हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और हिंदू समर्थक रुख के कारण सुर्खियों में रहती हैं। माधवी लता एक गौशाला भी चलाती हैं और स्कूलों और कॉलेजों में हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति पर नियमित रूप से भाषण देती हैं।
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हैदराबाद सीट पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के रूप में सुर्खियां बटोर रहीं माधवी लता गजब की एक्शनबाज हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह पतंगबाजी का एक्शन करते दिख रही हैं। हालांकि उनका यह एक्शन पूरी तरह चुनावी है। दरअसल, ओवैसी की पार्टी का चुनाव चिह्न 'पतंग' है। वायरल वीडियो में माधवी पतंग उड़ाने और उसको काटने का एक्शन करते हुए दिख रही हैं। इसके माध्यम से वे लोगों का यह संदेश देने का प्रयास कर रही हैं कि वे ओवैसी को चुनाव में हरा देंगी। पिछली बार माधवी लता मस्जिद की ओर तीर चलाने की मुद्रा के कारण विवाद में घिर गई थीं।
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अशोक कुमार पांडे ने माधवी का वीडियो ट्‍वीट कर कहा कि महोदया एक ट्रेंड नृत्यांगना हैं। पहले मस्जिद पर तीर चलाने की भंगिमा दिखाई, माफी मांगी। फिर ओवैसी के चुनाव चिह्न पतंग को काटने की यह अद्भुत भंगिमा। नृत्य और अभिनय में अधिक चांस मिलना चाहिए थे। इस वीडियो के जवाब में एक्स पर लोगों ने काफी मजेदार पोस्ट किए। कुमार हर्ष साहू ने लिखा- महोदया माफ़ी वीर हैं हर बार गलती करके बेशर्मी के साथ माफ़ी मांग लेती हैं। अनुराधा पटेल ने लिखा- काश इनकी जमानत जब्त हो जाती।
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हैदराबाद सीट पर असदुद्दीन ओवैसी लगातार 5 बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में ओवैसी 2 लाख 82 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव जीते थे। इस संसदीय सीट के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें आती हैं। 2014 का चुनाव ओवैसी ने 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीता था। इनमें 6 पर एआईएमआईएम के विधायक हैं, जबकि एकमात्र घोषामहल सीट पर भाजपा के टी. राजा सिंह विधायक हैं। ऐसे में इस बार भी पलड़ा ओवैसी का ही भारी लग रहा है। माधवी लता ने औवैसी पर पलटवार किया, माधवी लता ने कहा, ओवैसी के पास बीफ के अलावा कोई मुद्दा नहीं है, वो विकास के मुद्दे की बात नहीं करते हैं।
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हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार कोम्पेला माधवी लता के पास 221.37 करोड़ रुपये की पारिवारिक संपत्ति है, जो उन्हें तेलंगाना के सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक बनाती है. वह, उनके पति कोम्पेला विश्वनाथ, (दोनों व्यवसायी) और उनके तीन आश्रित बच्चों के पास 165.46 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है और दंपति के पास 55.91 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. माधवी लता ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करते समय चुनाव आयोग को सौंपे एक हलफनामे में परिवार की संपत्ति का विवरण दिया. 49 वर्षीय भाजपा उम्मीदवार जुड़वां शहर सिकंदराबाद में रहती हैं. वह हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं और पहली बार चुनाव मैदान में हैं.
उन्होंने घोषणा की कि उनके पास सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध कंपनियों में 25.20 करोड़ रुपये के निवेश सहित 31.31 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है. विरिंची लिमिटेड में उनका 7.80 करोड़ रुपये का निवेश है. उनके पास 3.78 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण भी हैं. उनके पति के पास 88.31 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें विरिंची लिमिटेड में 52.36 करोड़ रुपये के शेयर शामिल हैं. उनके तीन आश्रित बच्चों के पास भी 45 करोड़ रुपये से अधिक की कुल चल संपत्ति है. भाजपा उम्मीदवार के पास 6.32 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी है, जबकि उनके पति की अचल संपत्ति का मूल्य 49.59 करोड़ रुपये है.
संपत्तियों में हैदराबाद और उसके आसपास गैर-कृषि भूमि और वाणिज्यिक और आवासीय भवन शामिल हैं. माधवी लता पर 90 लाख रुपये की देनदारी है जबकि उनके पति पर 26.13 करोड़ रुपये की देनदारी है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान उनकी आय 3.76 लाख रुपये थी जबकि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 1.22 करोड़ रुपये थी. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान विश्वनाथ की आय 2.82 करोड़ रुपये जबकि 2021-22 के दौरान 6.86 करोड़ रुपये थी. भाजपा उम्मीदवार पर एक आपराधिक मामला दर्ज है. उनके खिलाफ पिछले सप्ताह बेगम बाजार थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया था. उन पर आरोप है कि उन्होंने सिद्दी अंबर बाजार के सर्कल में स्थित मस्जिद की ओर एक काल्पनिक तीर चलाने का इशारा किया था.
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