प्रयागराज : उत्तर प्रदेश में एक पूर्व विधायक पर पुलिस ने शिकंजा कसा है. विधायक पर प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को लेकर भ्रामक और फर्जी जानकारी फैलाने का आरोप है. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
दरअसल, महाकुंभ को लेकर यूपी पुलिस अलर्ट पर है. सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. महाकुंभ को लेकर भ्रामक जानकारी फैलानों वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच बीजेपी के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया है. प्रजापति ने नेपाल की एक घटना का वीडियो प्रयागराज महाकुंभ का बताकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था. जिसको लेकर पुलिस ने उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
बता दें कि बांदा की तिंदवारी सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने नेपाल में हुई घटना के वीडियो को शेयर किया था, जिसमें भीड़ कुछ शवों को लेकर जा रही थी. प्रजापति ने इस वीडियो को लेकर अपनी पोस्ट में दावा किया था कि एक ही परिवार के 3 लोगों की प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में जान चली गई.
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसको लेकर रिपोर्ट करना शुरू किया तो महाकुंभ मेला पुलिस ने बृजेश कुमार प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. उन्होंने नेपाल के पुराने वीडियो को प्रयागराज महाकुंभ का बताकर पोस्ट किया था और लोगों को उकसाने का प्रयास किया था.
मालूम हो कि बृजेश कुमार प्रजापति ने साल 2022 में बीजेपी छोड़ दी थी. इस दौरान वह स्वामी प्रसाद मौर्य के खेमे में चले गए थे. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली थी. वर्तमान में वह स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही जुड़े हुए हैं.