अधिकारियों को घर मे रहकर काम करने की खट्टर सरकार दी छूट, मुख्यमंत्री कार्यालय ने जारी किया आदेश
हरियाणा में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने अपर सचिव स्तर के बराबर या इससे नीचे की रैंक के अधिकारियों को घर से काम करने की अनुमति दी है
हरियाणा में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने अपर सचिव स्तर के बराबर या इससे नीचे की रैंक के अधिकारियों को घर से काम करने की अनुमति (Work From Home) दी है. इसके साथ ऑफिस में उनकी उपस्थिति 50 फीसदी तक सीमित करने का फैसला किया है. एक आधिकारिक बयान में यहां कहा गया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO Haryana) की ओर से एक पत्र जारी किया गया है.
इसमें कहा गया कि उपसचिव स्तर, या इसके बराबर या इससे अपर रैंक के अधिकारी नियमित रूप से ऑफिस आएंगे. आदेश के अनुसार, कर्मियों की अटेंडेंस से जुड़ा रोस्टर प्रभाग या इकाई प्रमुखों द्वारा तैयार किया जाएगा और जरूरत होने पर वे प्रशासनिक आधार पर वे 50 प्रतिशत से ज्यादा फिजिकल अटेंडेंस के लिए कह सकते हैं. आदेश में कहा है कि किसी खास दिन ऑफिस में उपस्थित न रहनेवाले अधिकारी अपने घर से हर समय फोन पर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों पर उपलब्ध रहेंगे और घर से काम करेंगे.
कन्टेनमेंट जोन से आने वालों को राहत
आदेश में कहा गया है कि कन्टेनमेंट जोन में रहनेवाले अधिकारियों को ऑफिस आने से तब तक छूट मिलेगी जब तक कि क्षेत्र 'कन्टेनमेंट जोन' से बाहर नहीं आ जाता. ऑफिस आनेवाले सभी अधिकारियों को कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा. आदेश के अनुसार, जहां तक संभव होगा, बैठकें वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से होंगी. वहीं हरियाणा के रोहतक में पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के 193 फ्रंटलाइन वर्कर्स अप्रैल में अब तक कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं. इंस्टीट्यूट में करीब 3,000 कर्मचारियों की कुल ताकत है. कोरोना संक्रमितों में 51 डॉक्टर, 43 स्टाफ नर्स, 18 पैरामेडिक्स, 25 बियरर और स्वीपर, 19 मिनिस्ट्रियल स्टाफ और 37 स्टूडेंट्स (ज्यादातर जूनियर डॉक्टर) शामिल हैं.