Market. मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी में कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब पानी घोटाला चर्चा का विषय बन गया है। एक तरफ़ जलशक्ति विभाग के मंत्री चंद अधिकारियों पर कार्रवाई कर मामला दबाने में लगे हुए हैं, वहीं मुख्यमंत्री उन सरकारी संरक्षण प्राप्त ठेकेदारों और कांग्रेस नेताओं को बचाने में लगे हुए हैं। पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री सुक्खू सरकार का दामन पाक होने का दावा कर रहे थे और उधर उनके अपने विभाग में स्कूटर पर ढोकर लोगों को पेयजल दिलाने के फर्जी बिल तैयार कर सरकारी खज़ाना लुटता रहा। उन्होंने कहा कि शिमला के ठियोग में हुए लगभग सवा करोड़ रुपए के पानी आपूर्ति घोटाले मामले में स्कूटर और कारों पर पानी की आपूर्ति की गई। इसमें आरटीआई के माध्यम सभी वाहनों के नंबर और लोगों के नाम उजागर हो गए हैं। प्रदेश सरकार ने संबंधित उच्च अधिकारियों के खिलाफ , तो कार्रवाई की है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री घोटाले में अधिकारियों के साथ संलिप्त कांग्रेस नेता और ठेकेदारों को बचाने में लगे हुए हैं। इसके लिए उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदेश में दो साल से इस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं, लेकिन प्रदेश में सरकार का संरक्षण प्राप्त ठेकेदार गलत तरीके से कार्य कर पैसे कमा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ चुकी है। सरकार विकास कार्य कर ही नहीं पा रही है, जबकि कई विभागों में सिर्फ बिल बनाकर सरकारी खज़ाना लुटाया जा रहा है। ऐसा कोई विभाग नहीं है, जिसमें गोलमाल नहीं हुआ हो। उद्योग, वन, पर्यटन, स्वास्थ्य और कृषि विभाग में कई तरह की धांधलियां होने की शिकायतें आ रही हैं, लेकिन इस सरकार से जांच की मांग करना ही जैसे गुनाह हो गया है। जो आवाज़ उठाता है, उसी के खि़लाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं। यहां तक कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को भी निशाना बनाकर मामले दर्ज कर उन्हें डराने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के मामलों की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। हमने पहले ही इनके कारनामों का कच्चा चि_ा राज्यपाल महोदय को सौंपा है। अब आम आदमी भी इनके कामों की आरटीआई से खुलासे कर रहे हैं, जो चिंताजनक और बेहद हैरानीजनक है। सरकार की लोकप्रियता रसातल में जा चुकी है।