सोनिया-राहुल पर जयराम रमेश का सीधा निशाना, कहा- हमें नेतृत्व को करना होगा दुरुस्त
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि देश में पार्टी के विस्तार के लिए लीडरशिप को दुरुस्त करने की आवश्यकता है।
कांग्रेस पार्टी में बागी रुख अपनाए G-22 नेताओं में शामिल और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व पर फिर सवाल उठा दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि देश में पार्टी के विस्तार के लिए लीडरशिप को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। कांग्रेस पार्टी में पिछले साल 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को लेटर लिखकर जल्द संगठन चुनाव की मांग की थी, जिसे राजनीतिक हलकों में G-23 का नाम दिया गया। जितिन प्रसाद के हाल ही में बीजेपी में शामिल होने के बाद इस समूह में 22 नेता बचे हैं।
जयराम रमेश ने न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ''हम 2014 और 2019 (लोकसभा चुनाव) में बुरी तरह हारे। हमें अपने घर को ठीक करना होगा। हमें अपने नेतृत्व को दुरुस्त करना होगा। संवाद को ठीक करना होगा... किसी नेता के पास जादू की छड़ी नहीं है, यह एक टीम प्रयास है।'' वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि अगले चुनाव से पहले पार्टी को समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ जोड़ना होगा। इससे पहले कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद जैसे वरिष्ठ नेता भी जल्द संगठन चुनाव और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग कर चुके हैं। पार्टी ने हाल ही में संगठन चुनाव को महामारी की वजह से टाल दिया है।
हाल के समय में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''जिन नौजवानों ने पार्टी छोड़ी है, वे जन्म से विशेषाधिकार प्राप्त हैं। उन्हें पार्टी में अच्छे पद मिले। हर सिंधिया के लिए जिसने हमें छोड़ा है, हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता हैं जो पार्टी के लिए लड़ रहे हैं।'' गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
सचिन पायलट की तारीफ
इन दिनों राजस्थान सरकार से नराज चल रहे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की भी रमेश ने तारीफ की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह पार्टी के लिए बड़ी संपत्ति हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में उनका भविष्य अच्छा है। जयराम रमेश का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में पायलट ने दिल्ली में कई दिनों तक डेरा डाला। उनका खेमा पिछले साल पार्टी नेतृत्व की ओर से किए गए वादों को पूरा करने की मांग कर रहा है।