इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला ने पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा और मुलायम सिंह से की मुलाकात

लोकसभा चुनाव देश में 2024 में होने हैं लेकिन तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर कवायद अभी से शुरू हो गई है।

Update: 2021-08-09 15:22 GMT

लोकसभा चुनाव देश में 2024 में होने हैं लेकिन तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर कवायद अभी से शुरू हो गई है। सोमवार को नई दिल्ली में इनेलो सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से अलग-अलग मुलाकात की। चौटाला की दोनों नेताओं से हुई मुलाकात में लंच की मेज पर तीसरे मोर्चे को लेकर सियासी खिचड़ी पकी। तीनों नेताओं के बीच देश, प्रदेशों के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। चौटाला ने देवगौड़ा व मुलायम को 25 सितंबर को देवी लाल जयंती पर होने वाले कार्यक्रम का न्योता दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।

चौटाला की इस शिष्टाचार मुलाकात को तीसरे मोर्चे के गठन की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। उन्होंने देवगौड़ा व मुलायम के साथ किसान आंदोलन, किसानों के मुद्दों के अलावा देश में राजनीतिक विकल्प देने को लेकर विचार-विमर्श किया। दोनों नेताओं ने इनेलो सुप्रीमो के तीसरे मोर्चे के गठन के प्रयास को सराहनीय कदम बताते हुए उनकी पार्टी की तरफ से हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। चौटाला ने बताया कि मुलाकात सार्थक रही। स्वर्गीय ताऊ देवी लाल के जन्म दिवस (25 सितंबर) पर होने वाले 'सम्मान समारोह' के लिए दोनों नेताओं को निमंत्रण दिया है। दोनों नेताओं ने देवी लाल के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वे उनके प्रमुख प्रशंसक रहे हैं। उनका संपूर्ण जीवन प्रेरणादायक रहा है। मुलाकात के दौरान ओप चौटाला के पोते कर्ण चौटाला भी मौजूद रहे।


ममता से भी हो सकती है मुलाकात
जल्द ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से ओपी चौटाला की मुलाकात हो सकती है। इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि ममता बनर्जी से भी उनके पारिवारिक संबंध हैं और वे एक-दूसरे के दुख-दर्द में निरंतर भागीदार हैं। आज सबसे जरूरी यह है कि मौजूदा शासन का पतन कैसे किया जाए। इसके लिए उनका प्रयास होगा कि वह मजबूत तीसरा मोर्चा बनाएं।
इनेलो सुप्रीमो ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं से संपर्क स्थापित करेंगे। 25 सितंबर को स्व. देवीलाल की जयंती से पहले वह हर प्रदेश में जाएंगे। सभी राजनीतिक विपक्षी दलों के लोगों से बातचीत की जाएगी। इसमें भाजपा सरकार का विकल्प तैयार किया जाएगा, जिसे आने वाले चुनाव में सफलता मिले, जिससे भ्रष्ट केंद्र सरकार का अंत हो। तीसरे मोर्चे के गठन की घोषणा भी 25 सितंबर को की जाएगी।
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