शिमला शहर में बढऩे लगी पर्यटकों की आमद

Update: 2024-05-18 10:11 GMT
शिमला। राजधानी में पिछले चार दिनों से लगे जाम से लोग अब बेहद परेशान हो गए हैं। लगातार जाम लोगों के लिए अब एक बड़ी मुसीबत बन गया है। इन दिनों 20 मिनट के सफर में डेढ़ घंटे का समय लग रहा है। लोग भले ही अपने घरों से एक घंटे पहले निकल ले लेकिन वह हर रोज देरी से ही अपने गंतव्य पर पहुंच रहा है। स्कूली विद्यार्थियों की बात करे तो स्कूली विद्यार्थी भी प्राथना सभा के बाद ही स्कूल पहुंच रहे हैं। वहीं जब स्कूली बच्चों को घर वापस जाना होता है तो वह शाम को 6 बजे से पहले नहीं पहुंच पाते हैं। शहर में सुबह 8:15 बजे से ही वाहनों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो रही हैं। सुबह 11:30 बजे तक कछुआ रफ्तार से वाहन सरकते हुए शहर में चलते हैं। बसें भी एक से डेढ़ घंटे तक जाम में फंस रही हैं। बसें रूटों पर देरी से चलने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर के 103 से पुराने बस अड्डे तक शुक्रवार सुबह 8:30 बजे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। एक घंटे बाद यह कतारें बालूगंज क्रॉसिंग तक पहुंच गईं। वाहनों को बालूगंज क्रॉसिंग से पुराने बस अड्डे तक पहुंचने में ही डेढ़ घंटे का समय लग गया। आमतौर पर यह दूरी 10 से 15 मिनट लगते हैं।
सुबह के समय जाम में फंसने से लोग देरी से कार्य क्षेत्रों में पहुंचे। इसके साथ ही कामकाज के सिलसिले में राजधानी आ रहे लोगों को भी जाम के चलते भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिमला के एंट्री प्वाइंट में वाहनों को रोकने से लोगों को शहर पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। टूरिस्ट सीजन के चलते बड़ी संख्या में वाहन शहर में प्रवेश कर रहे हैं। वाहनों की ज्यादा संख्या होने पर भी जाम लग रहा है। शहर में शुक्रवार को भी अंधाधंूध जाम लगा रहा जिसमें पर्यटकों सहित रोजाना कार्यालयों में जाने वाले लोगों के वाहन फंसे रहे। वीकेंड शुक्रवार से ही शुरू हो गया है। हजारों गाडिय़ां शिमला आ रही हैं। पुलिस प्रशासन के पास भी अब गाडिय़ों का कोई कंट्रोल नहीं है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि शहर में जहां 200 गाडिय़ों की कंपेस्टी है वहीं, इन दिनों हजारों की संख्या में गाडिय़ां आ रही हंै। इसकी वजह वन मिनट ट्रैफिक प्लान बंद करना बताया जा रहा है। अब यह कंट्रोल से बाहर हो गया है। लोग भी अब कई किलोमीटर सफर कर पैदल ही कार्यालयों में पहुंच रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जाम को खत्म करने को लेकर व्यवस्था बनाई जाए। इन दिनों सडक़ों पर आवारा पशु भी घूम रहे हैं। शहर के 103 टनल के पास इन दिनों रोजाना आवारा पशु घूम रहे हैं। जिनको बचाने के चक्र में अकसर यहां पर जाम लग रहा है। वहीं, राहगीर इन आवारा पशुओं से भी डर रहे हैं। ऐसे में यह जानवर दोपहिया वाहनों को क्षति पहुंचा रहे हैं।
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