मिजोरम। मिजोरम में बैराबी से सैरांग इलाके के पास नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के निर्माण में चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं. इस बीच मिजोरम पुलिस ने 62 लोगों को गिरफ्तार किया है और गश्त और निरीक्षण बढ़ाने सहित सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए. चोरी के सामान की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए पुलिस अधिकारी दुकानदारों और कबाड़ियों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं. मिजोरम पुलिस का कहना है कि ये घटनाएं तब हुईं जब नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे बैराबी से सैरांग तक रेलवे लाइन बनाने की परियोजना चल रही है, जिससे कोलासिब और आइजोल जिला दोनों प्रभावित हो रहे हैं. पुलिस आगे बताया कि रेलवे पुल की परियोजना के शुरू होने के बाद से अब तक चोरी और उससे जुड़े अपराधों की 28 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
उन्होंने कहा कि सबसे पहली घटना 22 मार्च, 2018 को कांवपुई पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी, जिसके बाद 9 मार्च, 2024 को बैराबी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी. पुलिस ने बताया कि इन घटनाओं में से 26 में स्टील शटरिंग, हेवी-ड्यूटी एमएस पाइप, ड्रेन स्लैब, ब्रिज स्टील गेट, स्टील प्लेट, कॉपर केबल, चैनल और हुक बोल्ट जैसी निर्माण सामग्री की चोरी शामिल थी. इसके अलावा, मिजोरम पुलिस ने बताया कि मोटर से चलने वाली छोटी-मोटी मशीनरी की भी चोरी हुई है. फिलहाल, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए इन चोरियों के सिलसिले में 62 लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनमें से 14 लोग कई अलग-अलग समुदायों से हैं. पुलिस का कहना है कि गिरफ़्तार किए गए लोगों में से कुछ ब्रिज के काम में लगे मज़दूर भी शामिल थे, जो मिलीभगत कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. हालांकि, इन घटनाओं के चलते मिजोरम पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है. इसके साथ ही पुलिस चोरी के सामान को बेचने को रोकने के लिए दुकानदारों और कबाड़ियों पर कड़ी नजर रखे हुए है. अभी तक पुलिस ने 19 मामलों में चोरी किया हुआ सामान बरामद कर लिया है।