विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में पुलिस बलों का महत्वपूर्ण योगदान: राज्यपाल
देहरादून। अमृतकाल के इस दौर में विकसित भारत और विश्वगुरु भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पुलिस बलों का महत्वपूर्ण योगदान है। वर्तमान में बदलते हुए परिदृश्य के अनुसार पुलिस को अपने इंटेलिजेंस तंत्र को और अधिक मजबूत करना होगा। वर्तमान समय में अपराधी, अपराध करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं, उनसे एक कदम आगे बढ़कर अपने आप को तैयार करना होगा। रविवार को एफआरआई में 49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस के समापन पर बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने संबोधित करते हुए यह बातें कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। महिलाओं और बालिकाओं से जुड़े मुद्दे अत्यन्त संवेदनशील हैं। उनके लिए सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना हमारी सबसे बड़ी कामयाबी होगी। इसके लिए व्यापक कदम भी उठाए जाने जरूरी हैं।
उन्होंने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग, संगठित अपराध, नार्कोटिक्स, साईबर सुरक्षा की चुनौतियां, प्रभावी सीमा प्रबंधन, भीड़ हिंसा, पुलिस और सीएपीएफ के मध्य समन्वय, जेल प्रबन्धन और वीआईपी सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषयों पर गहनतापूर्वक चर्चा की गई है जो, प्रशंसनीय है। पुलिस विज्ञान कांग्रेस में सभी ने बहुत ही महत्वपूर्ण विषयों पर समस्याओं के समाधान के लिए कार्य किया है। राज्यपाल ने कहा कि आधुनिक पुलिसिंग के लिए साइबर अपराध एक बड़ी चुनौती है, इससे निपटने के लिए पुलिस बलों को साइबर मॉनिटरिंग से संबंधित क्षेत्रों में क्षमता विकास और उन्नयन की नितांत आवश्यकता है। पुलिस बल को तकनीकी के साथ-साथ सक्षम माध्यमों से सुसज्जित रहने की आवश्यकता है ताकि अपराधियों से निपटा जा सके। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस का कार्य वास्तव में चुनौतीपूर्ण है लेकिन अपनी कार्यकुशलता और सूझबूझ से पुलिस के प्रति लोगों के मध्य बनी गलत धारणाओं को खत्म करने का प्रयास करना चाहिए। पुलिस के अच्छे कार्यों को जनमानस तक पहुंचाना भी आवश्यक है। इस पुलिस विज्ञान कांग्रेस में किये गए चिंतन, मनन और चर्चाओं से पुलिसिंग और आंतरिक सुरक्षा के महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त होंगे।
उन्होंने उत्तराखण्ड पुलिस के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य में विभिन्न प्रकार की चुनौतियों से निपटना पड़ता है, इस दिशा में उनके कार्य प्रशंसनीय हैं। उन्होंने पुलिस विज्ञान कांग्रेस में लगी पुलिस-टैक प्रदर्शनी का भ्रमण कर अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधू ने कहा कि हमें आधुनिक तकनीकों को अपनाना जरूरी है, बिना आधुनिक तकनीकों के हमारा अस्तित्व नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 25 सालों में विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए विकसित देशों की पुलिसिंग की ओर से अपनायी जाने वाली तकनीकों और हमारी तकनीकों के गैप को कम से कम या खत्म करना होगा। उन्होंने देश के अग्रणी शैक्षिक संस्थाओं के साथ मिलकर पुलिस आधुनिकरण के लिए विशेष कार्य योजना बनाए जाने की जरूरत बतायी। महानिदेशक पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो बालाजी श्रीवास्तव ने पुलिस कांग्रेस में दो दिवसीय चर्चाओं के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। डीजीपी अशोक कुमार ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के आईजी रवि जोसेफ लोक्कू सहित विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।