भारत के पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान की चिंता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं. क्योंकि जिस तालिबान ने कल मीडिया के सामने आकर ये भरोसा दिलाया कि ये बदला हुआ तालिबान है, उदार तालिबान है. जिसने सारे गिले शिकवे भूला दिए हैं. जिसके राज में महिलाओं को भी शरिया के मुताबिक आजादी रहेगी. लेकिन अफगानिस्तान में उसी तालिबानी शासन से रोती-बिलखती महिलाओं और आम नागरिकों पर बर्बरता की तस्वीरें आ रही हैं. महिलाएं अमेरिकी फोर्स से मदद की गुहार लगा रही हैं.
इस बाबत आज 21 देशों ने अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों को लेकर चिंता जताई. अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा समेत 21 देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि हम अफगानी महिलाओं और लड़कियों, उनके शिक्षा, काम और आवाजाही की स्वतंत्रता के अधिकारों के बारे में बहुत चिंतित हैं. इसलिए अफगानिस्तान में सत्ता और अधिकार के पदों पर बैठे लोगों से उनकी सुरक्षा की गारंटी देने का आह्वान करते हैं.
17 अगस्त की सुबह 5.30 बजे भारतीय वायुसेना के C-17 विमान ने काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. तो सभी की जान में जान आई. क्योंकि इससे पहले 56 घंटों के संघर्ष के दौरान सभी लोग ना तो सो पाए और ना ही किसी ने खाना खाया. जानकारी के मुताबिक भारतीय दूतावास पर तालिबान की कड़ी नजर थी. इसके लिए अमेरिका के साथ भारत की रणनीति बनी. तब भारतीयों की वापसी हुई.
सी-17 ग्लोबमास्टर विश्व के बड़े मालवाहक जहाजों में से एक माना जाता है. अब तक के इतिहास में सी-17 ग्लोबमास्टर कारगिल, लद्दाख, उत्तरी और पूर्वी सीमाओं के विषम भौगोलिक क्षेत्रों में लैंडिंग कर चुका है. 174 फीट लंबे, 170 फीट चौड़े और करीब 55 फीट ऊंचे इस विमान की खास बात यह है कि यह 3500 फीट लंबी हवाई पट्टी पर भी आसानी से उतर सकता है. यही नहीं यह विमान 1500 फीट की हवाई पट्टी पर भी आपातकाल में लैंडिंग करने में सक्षम है. यह विमान अपने साथ 70 टन वजन ले जाने में सक्षम है. यह एक बार में 42 हजार किलोमीटर की उड़ान भर सकता है और डेढ़ सौ से अधिक जवानों को एक साथ ले जाने में सक्षम है. इस विमान में एक साथ तीन हेलीकॉप्टर या दो ट्रकों को एयरलिफ्ट किया जा सकता है.