Chamba. चंबा। भारतीय राज्य पेंशनर महासंघ इकाई चंबा की मासिक बैठक जिला मुख्यालय में सोमवार को संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता महासंघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. डीके सोनी ने की। बैठक में वक्ताओं ने पानी के बिलों की मासिक राशि को 136 रुपए से बढ़ाकर 444 रुपए करने के सरकार के फैसले को जनविरोधी करार दिया। उन्होंने सरकार से इस फैसले को तुरंत प्रभाव से वापिस लेने की मांग उठाई। अन्यथा जनहित के मद्देनजर सरकार के खिलाफ मार्चा खोलते हुए आंदोलन की राह अपनाने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा। इसके अलावा पेंशनरों की मांगों व समस्याओं पर चर्चा कर आगामी रणनीति तय की गई। उन्होंने पेंशनरों के लंबित देय भुगतान तुरंत जारी करने की मांग भी उठाई।
महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. डीके सोनी ने कहा कि बीते लंबे समय से सरकार के पास डीए और एरियर की कुल 42 किश्तें लंबित हैं। मगर खेद का विषय है कि कई बार मांग उठाने के बावजूद भी उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा है। चिकित्सा भो को लेकर भी सरकार लगातार सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बेवकूफ ही बना रही है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द सरकार लंबित देय भुगतान जारी करे। उन्होंने कहा कि सरकार एक के बाद एक जनविरोधी फैसले ले रही है, जोकि सही नहीं है। सरकार का पानी के बिलों में बढ़ोतरी का फैसला भी जनविरोधी है।पेंशनरों की मांगों व समस्याओं के प्रति सरकार की अनदेखी पर भी नाराजगी जाहिर की गई। बैठक में देविंद्र बगलवान, ओमप्रकाश गुलेरिया, रामलोक ठाकुर, रोशनलाल शर्मा, लेखराज धीमान, अशोक महाजन व आत्मा राम शर्मा आदि मौजूद रहे।