Bilaspur. बिलासपुर। घुमारवीं के अब ब्वायज स्कूल बिलासपुर में हिमाचल की दूसरी स्पेस लैब विकसित करने की तैयारी चल रही है। इस योजना पर कार्य चल रहा है और अगले हफ्ते तक पूरा कर लिया जाएगा। 7 जनवरी को प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी के कर कमलों से इस नई स्पेस लैब का शुभारंभ करवाया जाएगा। इस लैब के अलावा चार नई स्पेस लैब डंगार, नम्होल, कपाहड़ा और बरठीं स्कूलों में तैयार की जाएंगी जिसके लिए बजट का प्रावधान कर लिया गया है। यह खुलासा उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने यहां बचत भवन में मीडिया के साथ मुलाकात में किया है। प्रदेश की पहली स्पेस लैब घुमारवीं ब्वायज स्कूल में विकसित की गई है। जहां छात्रों को अंतरिक्ष से संबंधित एक्टिविटीज के बारे में जानकारी दी जा रही है और बच्चों का रूझान विज्ञान के प्रति बढ़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए पांच नई स्पेस लैब तैयार करने की योजना पर कार्य शुरू किया है। अगले एक माह में इन सभी लैब को विकसित करने का लक्ष्य तय किया है। ब्वायज स्कूल बिलासपुर में तैयार की जा रही स्पेस लैब का कार्य छह जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है और सात को इसका विधिवत उदघाटन करवाया जाएगा।
बिलासपुर का डीसी ऑफिस हिमाचल का पहला ग्रीन ऑफिस बनने जा रहा है। एनटीपीसी के सहयोग से 70 लाख की लागत से 110 किलोवाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट लगाया जाएगा जिसके लिए पहली किश्त के रूप में जारी 42 लाख का बजट हिम ऊर्जा को उपलब्ध करवा दिया गया है। अगले मार्च महीने तक यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार होगा जिसके बाद डीसी ऑफिस का बिजली बिल शून्य हो जाएगा। अभी चालीस से पचास रूपए मासिक बिजली बिल आ रहा है। ऐसे में इस योजना के फलीभूत होने से उपायुक्त कार्यालय में बिजली पर खर्च होने वाली राशि की बचत होगी। उपायुक्त के अनुसार बिलासपुर हिमाचल का ऐसा पहला शहर बन जाएगा जो कि पूरी तरह से सीसीटीवी लैस होगा। इसके लिए पौने तीन करोड़ रूपए का बजट है जिसकी पहली किश्त के रूप में 35 परसेंट बजट हिमाचल प्रदेश राज्य इलेक्ट्रोनिक्स विकास निगम लिमिटेड को उपलब्ध करवा दिया गया है। घुमारवीं शहर को भी पूरी तरह से सीसीटीवी लैस करने की योजना है। इन दोनों ही शहरों में आधुनिक तकनीक आधारित कैमरे लगाने का कार्य अगले मार्च महीने तक कंपलीट करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसका लाभ यह होगा कि सीसीटीवी कैमरों के जरिए आपराधिक गतिविधियों व यातायात व्यवस्था पर पैनी नजर रहेगी तो वहीं, नशे पर लगाम कसने के साथ ही महिला सुरक्षा में भी यह योजना कारगर साबित होगी।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि बिलासपुर में हिमाचल की पहली डिजिटल लाईब्रेरी विकसित करने के बाद अब घुमारवीं में उपमंडल स्तर की डिजिटल लाईब्रेरी तैयार की जाएगी। इसके लिए डेढ़ से पौने दो करोड़ रूपए का बजट तय किया गया है। इस बजट में दस स्कूलों मे मिनी डिजिटल लाईब्रेरी तैयार होंगी। 35 प्रतिशत बजट राज्य इलेक्ट्रोनिक्स विकास निगम लिमिटेड को उपलब्ध करवा दिया गया है। उस ओर से जल्द ही योजना पर काम शुरू करवाया जाएगा। इसके अलावा दस और स्कूल कवर किए जाएंगे। ऐसे में इस योजना में कुल बीस स्कूल कवर होंगे। उपायुक्त के अनुसार पिछले दो साल की अवधि में बिलासपुर में वाटर टूरिज्म पर काम हुआ है और इस मॉडल को पूरी स्टेट में लागू किया जा रहा है। खास बात यह है कि वर्ष 2025 के कैलेंडर के साथ साथ नववर्ष ग्रीटिंग कार्ड पर भी बिलासपुर का वाटर टूरिज्म प्रकाशित हुआ है। यह बड़े ही गर्व की बात है कि बिलासपुर के टूरिज्म की बड़े स्तर पर ब्रांडिंग की जा रही है। निश्वित रूप से यहां पर्यटन आकर्षण बढ़ेगा और स्थानीय लोगों के लिए प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।