लो आ गई खुशखबरी, आगे बढ़ा मॉनसून...भीषण गर्मी के सितम से जल्द मिलेगी राहत

छत्तीसगढ़ में भी बारिश.

Update: 2024-06-20 11:55 GMT
नई दिल्ली: नौ दिनों तक स्थिर रहने के बाद, आखिरकार मॉनसून अब आगे की ओर बढ़ने लगा है। अब कई राज्यों में बारिश होगी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। मौसम विभाग ने बताया कि मॉनसून विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों की ओर आगे बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की उत्तरी सीमा अब अमरावती, गोंदिया, दुर्ग, रामपुर (कालाहांडी), मालदा, भागलपुर और रक्सौल से होकर गुजर रही
है।
आईएमडी ने यह भी बताया है कि अगले तीन से चार दिनों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कुछ और हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों , गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 22 और 23 जून को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी वर्षा होने की संभावना है। अगले पांच दिनों में पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र, बिहार, झारखंड, ओडिशा और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
20 से 24 जून तक बिहार में, 20 और 21 जून को झारखंड में तथा 23 और 24 जून को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में भारी वर्षा होने की संभावना है। आज बिहार में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। अगले पांच दिनों में गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में गरज और बिजली के साथ छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 20 से 24 जून तक कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में तथा 20 और 23 जून को गुजरात में भारी से लेकर बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।
कर्नाटक, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। अगले पांच दिनों में तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है। केरल और माहे, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में 20 से 24 जून तक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 22 से 24 जून तक और लक्षद्वीप में 22 और 23 जून को भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। तटीय कर्नाटक में 22 और 23 जून को और कोंकण और गोवा, केरल और माहे तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 23 जून को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।
मध्य भारत की बात करें, तो अगले पांच दिनों में मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में गरज, बिजली और तेज हवाओं (40-60 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा होने की संभावना है। 20 और 21 जून को विदर्भ और छत्तीसगढ़ में तथा 22 जून को पश्चिमी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। उत्तरी भारत में भी आज जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
अगले सात दिनों में उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा का अनुमान है, 23 और 24 जून को उत्तराखंड और 24 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में तेज सतही हवाएं (25-35 किमी प्रति घंटे) चलने की संभावना है। हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान में मुख्य रूप से शुष्क मौसम बना हुआ है।
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