कुल्लू। जिला कुल्लू के पर्यटन स्थल मनाली में आपदा के अढ़ाई माह बाद ग्रीन टैक्स बैरियर फिर से शुरू हो गया है, ऐसे में पर्यटन विभाग द्वारा सैलानियों से ग्रीन टैक्स लिया जा रहा है। वहीं सैलानी भी इस टैक्स पर आपत्ति जता रहे हैं। सैलानियों का कहना है कि अभी तक सड़कों की हालत ठीक नहीं है, ऐसे में ग्रीन टैक्स लेने का क्या औचित्य है। पहले मनाली पहुंचने के लिए 45 मिनट लगते थे वहीं अब 2 से 3 घंटे का समय लग रहा है। बता दें कि जुलाई माह में आई आपदा से जिला कुल्लू में भारी नुक्सान हुआ है। खासकर मनाली में सबसे अधिक नुक्सान हुआ है जिसकी भरपाई करने में अभी काफी समय लगेगा। जिला पर्यटन अधिकारी सुनैना शर्मा का कहना है कि सैलानियों का मनाली आना शुरू हो गया है और पर्यटन विभाग द्वारा मनाली में ग्रीन टैक्स भी अब बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों से लिया जा रहा है। सड़कों की मुरम्मत का कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है और फिलहाल किसी भी प्रकार का टोल नहीं लिया जा रहा है, ऐसे में ग्रीन टैक्स की राशि से मनाली में सैलानियों को सुविधा के लिए कई कार्य पर्यटन विभाग द्वारा किए जा रहे हैं।