सरकारी नौकरी, मंत्री ने शिक्षकों के 72 हज़ार पदों पर भर्ती के लिए दी मंजूरी
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राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में 72 हज़ार शिक्षकों के नए पदों के सृजन के लिए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अपनी सहमति दे दी है। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के प्रस्ताव पर उन्होंने अपनी मंजूरी दी। शिक्षकों के पद सृजन संबंधी फाइल अब विधि विभाग और वित्त विभाग जाएगी, जहां से स्वीकृति के बाद इसे कैबिनेट में रखा जाएगा। वर्ष 2000 में झारखंड अलग राज्य होने के बाद से प्राथमिक और मध्य विद्यालय में शिक्षकों के पदों का सृजन नहीं हुआ था। प्राथमिक से मध्य विद्यालय में स्कूल अपग्रेड हुए थे, लेकिन हर स्कूल में आवश्यक न्यूनतम तीन पदों का सृजन नहीं हो सका था। शिक्षा मंत्री की सहमति के बाद उम्मीद की जा रही है कि पदों के सृजन के साथ-साथ पहले से रिक्त 23 हजार पदों पर भी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति दो से तीन चरणों में होगी। राज्य के प्राथमिक स्कूलों में 17,835 और मिडिल स्कूलों में 4,893 पद रिक्त हैं। वहीं, 72 हज़ार पद सृजित होने से राज्य के प्रारंभिक स्कूलों में कुल 95 हज़ार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। ऐसे में राज्य सरकार फेज वाइज नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करेगी। पहले चरण में 30 हज़ार से 35 हज़ार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। इसमें आधे पद पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित किए जाएंगे। शिक्षक पात्रता परीक्षा पास पारा शिक्षक इसके लिए योग्य होंगे। पहले चरण की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगले चरण के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसी दौरान राज्य सरकार नई शिक्षक पात्रता परीक्षा का भी आयोजन करेगी, जिसके अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने का मौका मिल सकेगा।
राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा होगी। इसमें नए अभ्यर्थियों के साथ-साथ पारा शिक्षकों को भी परीक्षा देनी होगी। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से परीक्षा का संचालन किया जाएगा। शिक्षा विभाग इसका प्रावधान शिक्षक नियुक्ति नियमावली में किया है। शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में भी झारखंड से मैट्रिक और इंटरमीडिएट किए अभ्यर्थियों को मौका दिया जाएगा। साथ ही, एक स्थानीय या जनजातीय भाषा में पास होने के बाद ही वे क्वालीफाई कर सकेंगे। जेएसएससी की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा के बाद सभी अभ्यर्थियों की सबसे पहले स्थानीय या जनजातीय भाषा की कॉपी का मूल्यांकन होगा। इसमें जो अभ्यर्थी पास करेंगे, उनकी ही बाकी विषयों की कॉपियों की जांच की जाएगी।
प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होने से 2016 में शिक्षक पात्रता परीक्षा पास 53000 अभ्यर्थियों को पहली बार मौका मिलेगा। 2015-16 के बाद शिक्षकों की नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। वहीं, 2013 शिक्षक पात्रता परीक्षा के 67 हज़ार पास अभ्यर्थियों में से 19 हज़ार अभ्यर्थियों की नियुक्ति हो चुकी है। ऐसे में 2013 के टेट पास करीब 48 हज़ार अभ्यर्थी अभी भी नियुक्त प्रक्रिया से वंचित हैं। इस आधार पर राज्य में 1.01 लाख टेट पास अभ्यर्थी हैं।