शिमला। हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा के बाद अब तक सरकारी कोष में विभिन्न राज्यों, प्रदेश के विधायकों, अधिकारी, कर्मचारी, आम आदमी एवं विभिन्न संगठनों की तरफ से करीब 200 करोड़ की मदद उपलब्ध हुई है। इसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने खुद बैंक में जमा अपनी सारी 51 लाख रुपए की पूंजी को राहत कोष में दान किया है। हालांकि प्राकृतिक आपदा से हुए नुक्सान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम फिर से प्रदेश के दौरे पर है, ऐसे में टीम की तरफ से रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपे जाने के बाद प्रदेश को मदद मिलने की संभावना बढ़ गई है। यानी राज्य सरकार की तरफ से 12000 करोड़ रुपए की जो रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी गई है तथा जो आकलन केंद्रीय टीम करके गई है, उसके आधार पर प्रदेश को अतिरिक्त मदद मिलने की संभावना है।
वहीं मुख्यमंत्री को विधायकों, संगठनों एवं अलग-अलग लोगों की तरफ से मदद की राशि के चैक सौंपने का क्रम जारी है। इस कड़ी के तहत विधायक सुदर्शन सिंह बबलू ने शुक्रवार को 807395 रुपए, बिक्रम चौहान ने 2 लाख रुपए, हमीरपुर जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने 1.51 लाख रुपए तथा देवभूमि स्टूडैंट वैल्फेयर एसोसिएशन चंडीगढ़ की तरफ से 111111 रुपए के चैक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को सौंपे गए। राज्य सरकार आपदा प्रभावितों को राहत देने के लिए स्पैशल पैकेज लाने जा रही है। इस स्पैशल पैकेज को देने के प्रारूप को सरकार की तरफ से अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार विधायक निधि में फिर से कटौती करने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में खुद यह बात कही थी कि सरकार आपदा प्रभावितों की मदद के लिए विधायक निधि में कटौती करने के विकल्प पर विचार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा है कि सरकार अन्य मदों या विभागों से भी इस तरह के बजट कट लगा सकती है।