Ganesh Utsav 2021: मुंबई में इस बार लगेगा लालबाग के राजा का दरबार

लालबाग के राजा के भक्तों के लिए बड़ी खबर है. इस साल गणेशोत्वस पर लालबाग के राजा विराजमान होंगे

Update: 2021-08-01 13:25 GMT

लालबाग के राजा के भक्तों के लिए बड़ी खबर है. इस साल गणेशोत्वस पर लालबाग के राजा विराजमान होंगे. गणेश भक्तों की लगातार उठ रही मांगों को देखते हुए इस साल मुंबई के लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्वस मंडल ने गणेश पूजा का उत्सव मनाने का निर्णय लिया है. यह गणेशोत्सव राज्य सरकार के मार्गदर्शक सूचना या गाइडलाइंस का पालन करते हुए मनाया जाएगा. पिछले साल कोरोना की वजह से लाल बाग के राजा का दरबार नहीं सज पाया था.

लालबाग के राजा गणेशोत्सव मंडल ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि गणेशोत्सव को सरकार के मार्गदर्शक सूचनाओं के अनुसार ही मनाया जाएगा. गणेश मूर्ति की ऊंचाई के संदर्भ में सरकार द्वारा दी गई नियमावली का पालन किया जाएगा. इस कारण इस बार गणपति बाप्पा की मूर्ति 4 फुट की ही होगी. गणेशोत्सव मंडल के इस निर्णय से इस बार अनेक गणेश भक्तों को लालबाग के राजा के दर्शन हो सकेंगे. लालबाग के राजा की ख्याति मन्नतें पूरी करने वाले गणपति के रूप में दूर-दूर तक फैली हुई है.
पिछले साल गणेशोत्सव की बजाए स्वास्थ्य उत्सव मनाया गया था
पिछले साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए सार्वजनिक गणेशोत्सव पर सरकार की ओर से पाबंदी लगाई गई थी. इस बार पाबंदी तो नहीं है लेकिन राज्य सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई है. उस गाइडलाइंस के तहत ही गणेश पूजा के विधि-विधान को अंजाम दिया जाना है. पिछले साल पाबंदी होने की वजह से लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने गणेश उत्सव की बजाए 'स्वास्थ्य उत्सव' का आयोजन किया था. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी गणेशोत्सव मंडल के इस अभियान की प्रशंसा की थी. ना सिर्फ लालबाग के राजा का गणेशोत्सव मंडल बल्कि अन्य गणेश मंडलों ने भी स्वास्थ्य उत्सव का आयोजन किया था. लेकिन इस बार लाल बाग के राजा गणेशोत्सव मंडल ने निर्णय लिया है कि भक्त निराश नहीं होंगे, बाप्पा विराजमान होंगे.
भक्तों के दर्शन के लिए होगी खास तरह की व्यवस्था
लालबाग के राजा के गणेशोत्सव को देखने के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं. लालबाग के राजा के दर्शन के लिए हजारों की तादाद में भीड़ जमा होती है. लेकिन कोरोना संक्रमण का ध्यान रखते हुए लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की है.
86 सालों से चली आ रही परंपरा टूटी
लालबाग के राजा 1934 से हर साल यहां अपना दरबार सजाते हैं. लेकिन 86 सालों से चली आ रही परंपरा पिछले साल टूट गई. कोरोना की वजह से गणपति बाप्पा यहां आकर विराजमान नहीं हुए. इस बार फिर से लालबाग के राजा का दरबार सजाया जा रहा है. बस भक्तों के मन में एक ही कमी खल रही है. बाप्पा आएंगे तो सही, लेकिन कोरोना के कहर की वजह से नियमावली के तहत बाप्पा का उत्सव होगा. बाप्पा की मूर्ति सिर्फ 4 फुट की होगी. पहले वाली भव्यता और वैभव नहीं दिखाई देगा. वो पुरानी रंगत और रौनक नहीं होगी.


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