'सबका प्रयास' से 'हर घर तिरंगा अभियान' बना 'हर मन तिरंगा अभियान': पीएम मोदी

Update: 2023-08-27 10:23 GMT
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सरकार की पहल 'हर घर तिरंगा अभियान' में भाग लेने के लिए लोगों की सराहना की और कहा कि लोगों के प्रयासों के कारण यह 'हर मन तिरंगा अभियान' बन गया। प्रधानमंत्री ने अपने मासिक प्रसारण कार्यक्रम 'मन की बात' के 104वें एपिसोड में कहा कि 15 अगस्त को देश ने 'सबका प्रयास' की शक्ति देखी। उन्होंने कहा, "सभी देशवासियों के प्रयास ने ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को वास्तव में ‘हर मन तिरंगा अभियान’ बना दिया। इस अभियान के दौरान कई रिकॉर्ड भी बने। देशवासियों ने करोड़ों की संख्या में तिरंगे खरीदे।"
पीएम मोदी ने कहा कि 1.5 लाख डाकघरों के जरिए करीब 1.5 करोड़ तिरंगे बेचे गए। मोदी ने कहा, "इससे हमारे कामगारों की, बुनकरों की, और खासकर महिलाओं की सैकड़ों करोड़ रुपये की आय भी हुई है। तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट करने में भी इस बार देशवासियों ने नया रिकॉर्ड बना दिया। पिछले साल 15 अगस्त तक करीब पाँच करोड़ देशवासियों ने तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट की थी। इस साल यह संख्या 10 करोड़ को भी पार कर गई है।''
अन्य अभियानों के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देशभक्ति की भावना जगाने के लिए देश में 'मेरी माटी, मेरा देश' अभियान जोरों पर है। उन्होंने कहा, "सितंबर माह में देश के हर गांव के हर घर से मिट्टी इकट्ठा करने का अभियान चलेगा। देश की पवित्र मिट्टी को हजारों अमृत कलशों में जमा किया जाएगा।"
पीएम ने कहा, "अक्टूबर के अंत में हजारों लोग अमृत कलश यात्रा के साथ देश की राजधानी दिल्ली पहुँचेंगे। इस मिट्टी से ही दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण होगा। मुझे विश्वास है कि हर देशवासी का प्रयास इस अभियान को भी सफल बनाएगा।"
प्रधानमंत्री ने देश की युवा पीढ़ी की क्षमता पर चर्चा करते हुए कहा कि खेल एक ऐसा क्षेत्र है जहां युवा लगातार नई सफलताएं हासिल कर रहे हैं। उन्होंने चीन में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 26 पदक जीतने पर खिलाड़ियों को बधाई भी दी। मोदी ने कहा, "इन खेलों में इस बार भारत का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन रहा है। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे। आपको यह जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्‍ड यूनिवर्सिटी गेम्‍स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल्‍स को जोड़ दें तो भी यह संख्या 18 तक ही पहुँचती है। इतने दशकों में सिर्फ 18, जबकि इस बार हमारे खिलाड़ियों ने 26 मेडल जीत लिए।''
पॉडकास्ट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में पदक जीतने वाले कुछ खिलाड़ियों से भी बात की। पीएम मोदी ने तीरंदाजी में पदक जीतने वाली उत्तर प्रदेश की खिलाड़ी प्रगति, एथलेटिक्स में पदक जीतने वाली असम की अमलान, रेस वॉक में पदक जीतने वाली उत्तर प्रदेश की ही प्रियंका और निशानेबाजी में पदक जीतने वाली महाराष्ट्र की अभिदन्या से बातचीत की। प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान प्रगति ने कहा, ''मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही थी। मुझे इतना अच्छा लग रहा था कि... मैं अपने देश का झंडा इतना ऊँचा लहरा के आई हूँ। एक बार तो ठीक है कि गोल्‍ड फाइट में पहुंची थी। वहां हार गई थी तो दु:ख हो रहा था। पर दूसरी बार ये ही था दिमाग में कि अब कुछ हो जाए इसे (तिरंगे को) नीचे नहीं जाने देना है। इसको हर हाल में सबसे ऊँचा लहरा के ही आना है। जब हम फाइट को लास्‍ट में जीते थे तो वही पोडियम पर हम लोगों ने बहुत अच्छे से सेलिब्रेट किया था। वह क्षण बहुत अच्छा था। इतना गर्व महसूस हो रहा था कि ...मतलब हिसाब नहीं था उसका।"
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