कोलकाता: कोलकाता के मेयर और तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम द्वारा हाल ही में दिए विवादित बयान पर तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार में पश्चिम बंगाल में सभी धर्मों के लोग सम्मान से रहते हैं।
कुणाल घोष ने आईएएनएस से कहा, "फिरहाद हकीम ने अभी तक जो कहा है, उसका पूरा विवरण हमारे पास नहीं है। इसलिए, उनके द्वारा कही गई बातों के बीच से एक या दो वाक्य उठाकर इस पर कोई टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। ममता बनर्जी की सरकार में सभी धर्मों के लोग जिनमें हिंदू, मुस्लिम, क्रिश्चियन और अन्य धर्म के लोग समान सम्मान से रहते हैं। हम हर किसी की स्थिति का सम्मान करते हैं और सभी धर्मों तथा समुदायों के प्रति हमारा आदर और सम्मान है। फिरहाद हकीम ने जो कहा है, उस पर अभी हम कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।"
उन्होंने 16 दिसंबर को 'एक देश, एक चुनाव' से जुड़े विधेयक संसद में पेश होने पर कहा, "हमारा इस मामले पर स्टैंड पूरी तरह से स्पष्ट है और ममता जी ने इसे पहले ही साफ कर दिया है। 'एक देश, एक वोट' का विचार वर्तमान में हमारे देश के लिए व्यावहारिक नहीं है और इसलिए हम इसका विरोध करेंगे।
तृणमूल नेता ने कहा कि सबसे पहले, यह जो 'एक देश, एक चुनाव' का विचार है, वह हमारे फेडरल ढांचे के खिलाफ है। प्रत्येक राज्य का अपना इतिहास, भूगोल, संस्कृति और राजनीतिक ताना-बाना है, इसलिए सभी राज्यों को एक साथ एक ही दिन वोट देने का यह विचार कैसे संभव हो सकता है? देश में एंट्री वोट लोकसभा में होते हैं, कई राज्यों में होते हैं और अगर किसी सरकार का पतन हो जाता है तो क्या होगा? इसके अलावा, पांच साल की कोई गारंटी भी नहीं है और लोकसभा, विधानसभा, इन सभी के चुनाव अलग-अलग होते हैं और उनका प्रोसीजर भी अलग होता है। इस तरह से एक दिन में सभी चुनावों का होना व्यावहारिक नहीं है। ममता बनर्जी ने पहले ही हमारा पार्टी के स्टैंड को स्पष्ट कर दिया था।"