कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा

छग

Update: 2025-01-31 18:52 GMT
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी। मोहला_मानपुर जिले के पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने 31 जनवरी को कांग्रेस पार्टी से तीन दशक पुराना नाता तोड़ते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उनके साथ कई अन्य कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि भी पार्टी छोड़ने का कदम उठाए हैं. इस इस्तीफे के साथ उन्होंने पार्टी में गुटबाजी और उपेक्षा के आरोप लगाए हैं.
अनिल मानिकपुरी ने अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए टिकट न मिलने को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने दो दिन पहले निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया था और आज राजनांदगांव में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं पर आरोप लगाया कि विधायक के चाटुकारों को पार्टी में महत्व दिया जाता है. अनिल मानिकपुरी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और अब वे अपनी उम्मीदवारी के साथ जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा, “मैं जनता के सामने प्रस्तुत हूं, अब जनता तय करेगी कि मुझे किसे समर्थन देना है.”
करीब 36 वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहे अनिल मानिकपुरी ने पार्टी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वे पहले भी अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षद रह चुके हैं. उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने कई चुनावों में जीत हासिल की थी, जिनमें विधानसभा और लोकसभा चुनाव शामिल हैं. कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता के पार्टी छोड़ने से मोहला_मानपुर जिले में पार्टी को बड़ा झटका लगा है. अब अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है. इस चुनाव में अनिल मानिकपुरी के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है.
अनिल मानिकपुरी के साथ पार्टी छोड़ने वालों में अंबागढ़ चौकी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मनीष बंसोड़, महामंत्री शमीमुद्दीन कुरैशी, जिला कांग्रेस सचिव तुरित कुमार तिवारी, पूर्व पार्षद जयलाल सिन्हा, महिला कांग्रेस सचिव रेहाना बेगम, और कई अन्य कार्यकर्ता शामिल हैं. कांग्रेस की मजबूत स्थिति में दरार आने के बाद भाजपा के लिए यह चुनावी मैदान में कदम रखने का अच्छा मौका हो सकता है. पिछले 15 वर्षों से भाजपा अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत की सत्ता से दूर रही है, और अब अनिल मानिकपुरी के समर्थन में इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा क्या अपनी स्थिति मजबूत कर पाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा.
Tags:    

Similar News

-->