दिल्ली। केंद्र सरकार 'वन नेशन-वन इलेक्शन' से जुड़े दो महत्वपूर्ण विधेयक 16 दिसंबर को लोकसभा में पेश करेगी। ये विधेयक संविधान (129 वां संशोधन) विधेयक और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल निचले सदन में इन्हें पेश करेंगे। विपक्षी पार्टियां इन संविधान संशोधनों को देश के संघीय ढांचे के खिलाफ बता रही हैं। इस पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि 'वन नेशन-वन इलेक्शन' देश हित में है। इससे खर्चों में कटौती होगी और पैसे की बचत होगी। गिरिराज सिंह ने कहा, " 'एक देश, एक चुनाव' देश के हित में है। इससे विकास में कोई रुकावट नहीं आती। खर्चों में कटौती होगी और पैसे की बचत होगी। अगर हम 1967 तक देखें, तो देश में 'एक देश, एक चुनाव' ही हो रहा था और उस समय संघीय संरचना पर कोई आंच नहीं आई थी। यह कहना कि संघीय संरचना पर चोट पड़ रही है, गलत है। वास्तव में, यह देश को और मजबूत बनाएगा और विकास को गति देगा। अगर कहीं कुछ बदलाव होंगे, तो वह कानून के अनुसार होंगे और लोग उस पर अपनी राय देंगे।"
उन्होंने आगे कहा, " 'एक देश, एक चुनाव' देश के हित में है और अगर कांग्रेस इसे नकारती है, तो मुझे लगता है कि यह दोहरे मापदंड को दिखाता है। यह कहना कि संविधान को कुचला जा रहा है, गलत है क्योंकि 1967 तक यह व्यवस्था चल रही थी। संविधान तो तब ठीक था, लेकिन आज 'एक देश, एक चुनाव' पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस ने जितना संविधान को नुकसान पहुंचाया है, शायद ही किसी ने किया हो। पीएम मोदी ने कभी संविधान के खिलाफ कुछ नहीं किया।" संसद में प्रियंका गांधी द्वारा विरोध करने पर उन्होंने कहा, "वह बड़े घर में पैदा हुई हैं, उन्होंने कभी सड़क पर आंदोलन नहीं किया। कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को जिस तरह से अपमानित किया है, वह शायद किसी और ने नहीं किया। राजनाथ सिंह ने कहा था कि कांग्रेस ने संविधान को अपनी जेब में रखा है और आज भी यही कर रही है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12 दिसंबर को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने के लिए संवैधानिक संशोधन विधेयक को मंजूरी दी थी।