मद्य निषेध विभाग के चार अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित

Update: 2024-12-04 16:15 GMT
Patna. पटना। बिहार में मद्य निषेध विभाग के चार अधिकारियों को भ्रष्टाचार के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सभी अधिकारी पूर्णिया में पदस्थापित हैं। विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि महेंद्रपुर निवासी सोनू कुमार पोद्दार ने आरोप लगाया कि उक्त अधिकारी उनके साथ गाली-गलौज कर रहे हैं और उन्हें झूठे मामले में फंसाने के बदले पैसे की मांग कर रहे हैं। इस मामले का एक ऑडियो पीड़ित ने एक दिसंबर की रात उत्पाद आयुक्त के व्हाट्सएप पर भेजकर शिकायत की थी। शिकायत मिलने के बाद उत्पाद आयुक्त सह निबंधन महानिरीक्षक रजनीश कुमार सिंह ने जांच के आदेश दिए। सहायक आयुक्त मद्य निषेध पूर्णिया की जांच में ऑडियो में रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।


इसके बाद अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया, जो असंतोषजनक पाया गया, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। निलंबित अधिकारियों में सुमन कांत झा (निरीक्षक), चंदन कुमार (उप निरीक्षक), दिनेश कुमार दास (सहायक उप निरीक्षक) और प्रदीप कुमार (सिपाही) शामिल हैं। सभी पर रिश्वत मांगने और लोगों को झूठे मामलों में फंसाने के आरोप हैं। निलंबन की कार्रवाई उत्पाद आयुक्त सह निबंधन महानिरीक्षक रजनीश कुमार सिंह के आदेश पर की गई है। उत्पाद आयुक्त ने चेतावनी देते हुए कहा कि अन्य प्राप्त शिकायतों की भी जांच जारी है और सत्यता प्रमाणित होने पर भ्रष्टाचार में संलिप्त कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों को सचेत करते हुए निर्देश दिए कि नशे के कारोबार पर रोक लगाने के प्रयासों का इस्तेमाल किसी भी सूरत में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। बिहार में शराबबंदी लागू है। इसके तहत किसी भी तरह की शराब की बिक्री, सेवन और व्यापार पर प्रतिबंध है।
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