नई दिल्ली: सेना में भर्ती की नई स्कीम 'अग्निपथ योजना' का विरोध शुक्रवार को भी जारी है. सुबह-सुबह ही यूपी-बिहार में कई ट्रेनों को फूंक दिया गया है. अब प्रदर्शन की आग बढ़ते-बढ़ते दिल्ली, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और उत्तराखंड तक पहुंच चुकी है. उधर, केंद्र सरकार की इस नई योजना का राजनीतिक दलों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि नई सैन्य भर्ती योजना 'अग्निपथ' सेना और नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली है. युवाओं के देश सेवा के जज्बे को पूरा न करने वाली यह अल्प सेवा और अल्प वेतन की भर्ती योजना है, जिसमे 4-6 साल की सेवा के बाद युवाओं के भविष्य के लिए भी न्यून प्रावधान किए गए हैं. पूरे देश के साथ मध्यप्रदेश में भी युवा इसके खिलाफ हैं और विरोध-प्रदर्शन करते हुए आंदोलनरत हैं. मैं मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह करता हूं कि नौजवानों की मांग को लाठी और डंडे के दम पर कुचलने की कोशिश ना की जाए, बल्कि युवाओं की भावनाओं को समझा जाए. प्रदेश सरकार को देश हित में नौजवानों के भविष्य के अधिकार को छीनने की बजाय केंद्र सरकार को इस आशय का प्रस्ताव भेजना चाहिए कि अग्निपथ योजना तत्काल वापस ली जाए. युवा साथियों से अपील है कि उग्र आंदोलन के स्थान पर सत्याग्रह का मार्ग चुने और दृढ़ता से अपनी मांगों के लिए डटे रहें.
बिहार के नालन्दा के इस्लामपुर रेलवे स्टेशन पर अग्निपथ योजना के विरोध में उपद्रवी छात्रों ने स्टेशन पर खड़ी मगध एक्सप्रेस के 4 बोगी में आग लगा दी. इस दौरान पथराव भी किया गया. स्टेशन के आसपास भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है.
हिमाचल प्रदेश के उना में अग्निपथ स्कीम के विरोध में युवाओं का सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर की पार्टी मीटिंग के बाहर हंगामा. इस दौरान युवाओं ने जमकर नारेबाजी की. हालांकि, अनुराग ठाकुर ने इसे क्रांतिकारी योजना बताया. उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को देश सेवा और अच्छे पैसे मिलने के बाद दूसरी नौकरियों के लिए रास्ते खुले रहेंगे.
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और RJD नेता तेजस्वी यादव ने 'अग्निपथ' योजना पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 4 साल के ठेके पर बहाल होने वाले अग्निवीरों को एक साल में क्या नियमित सैनिकों की तरह 90 दिनों की छुट्टियां मिलेंगी या नहीं? तेजस्वी ने सवाल उठाया कि अग्निपथ योजना अगर न्यायसंगत है तो इसमें ठेके पर अफसरों की भर्ती क्यों नहीं? केवल ठेके पर सैनिकों की ही भर्ती क्यों की जा रही है? क्या शिक्षित युवकों के लिए यह मनरेगा है?
जेवर के टप्पल थाना क्षेत्र की जट्टारी चौकी में भी प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी है.