फर्जी कोरोना जांच का खेल, सीएम के फ्लाइंग स्क्वॉड का बड़ा एक्शन

जानें पूरा मामला।

Update: 2022-02-09 06:33 GMT

गुरुग्राम: कोरोना की तीसरी लहर के बीच हरियाणा के गुरुग्राम में कोविड-19 पॉजिटिव और निगेटिव रिपोर्ट का फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां एक लैब में फर्जी रिपोर्ट्स तैयार की जा रही थीं, जिसके बदले 2 हजार रुपए से लेकर 5 हजार रुपए तक वसूले जा रहे थे. इस मामले में कार्रवाई मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के फ्लाइंग स्क्वॉड ने की है, जबकि आगे की कार्रवाई अब गुरुग्राम पुलिस कर रही है.

मुख्यमंत्री के फ्लाइंग स्क्वॉड में शामिल DSP इंद्रजीत यादव ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि DLF फेज-3 के नाथूपुर रोड में स्थित गुड हेल्थ डायग्नोस्टिक में फर्जी तरीके से कोविड जांच रिपोर्ट जारी की जा रही है. जानकारी मिलने पर टीम ने पूरा प्लान बनाकर इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा है.
टीम ने लैब सहायक को गिरफ्तार किया है, जबकि संचालक भागने में कामयाब हो गया. इस संबंध में DLF फेज-3 थाने में FIR दर्ज की गई है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने 5 महीने पहले ही SRL लैब की फ्रेंचाइजी ली थी.
ऐसे किया फर्जीवाड़े का खुलासा
डीएसपी इंद्रजीत यादव ने बताया कि हमने पहले स्वास्थ्य विभाग और ड्रग कंट्रोलर को सूचित किया. इसके बाद लैब में छापा मारने के लिए संयुक्त टीम का गठन किया गया. हमने एक नकली ग्राहक को नकली कोविड रिपोर्ट बनवाने के लिए लैब भेजा. लैब सहायक ने पैसे लेने के बाद उससे वादा किया उसे नकली रिपोर्ट दे दी जाएगी. ग्राहक बनकर पहुंचे टीम के सदस्य का संकेत मिलते ही हमारी टीम ने दिल्ली के महिपालपुर निवासी लैब असिस्टेंट संजीव (22) को दबोच लिया.
लैपटॉप-प्रिंटर और फर्जी रिपोर्ट जब्त
लैब संचालक का नाम अनुज शर्मा है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. जांच अधिकारी के मुताबिक लैब से COVID-19 की फर्जी रिपोर्ट, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, एक फोन, एक रबर स्टैंप और 12,500 रुपए नकद जब्त किए गए. पुलिस ने बताया कि कोरोना जांच के लिए 299 रुपए की रकम निर्धारित की गई है. इसके बाद भी लैब में जांच के लिए 9,00 रुपए की मांग की जा रही थी.
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