नई दिल्ली: आतंकवादियों द्वारा गोरखनाथ मंदिर को उड़ाने की झूठी सूचना देने वाले आरोपी को देवरिया पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार युवक ACP प्रद्युम्न बनकर डायल 112 को फोन पर सूचना दिया था. CID धारावाहिक का ACP प्रद्युम्न बनकर अनन्त गुप्ता नाम के इस युवक ने गोरखपुर और देवरिया पुलिस को काफी परेशान किया.
बुधवार को एक व्यक्ति ने डायल 112 को फोन कर सूचना दिया कि वह ACP प्रद्युम्न बोल रहा है, इस समय वह BRD मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रैनबसेरा के पास मौजूद है, जहां पर कुछ व्यक्ति इलाज कराने के नाम पर यहां पहुंचे हैं और उनके द्वारा आपस में यह बात-चीत की जा रही है कि आने वाले दीपावली पर्व पर ये गोरखनाथ मंदिर को उड़ा देंगे, ये लोग आतंकवादी हैं.
इस सूचना पर गोरखपुर कैंट थाने की PRV हरकत में आई और मौके पर पहुंची लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं मिला. पुलिस ने जब पड़ताल करनी शुरू की और इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय को दी, जहां कॉलर का मोबाइल नम्बर और लोकेशन ट्रेस किया गया तो पता चला की यह फोन देवरिया जिले के सदर कोतवाली के पुरवा मेहड़ा से किया गया है.
पुलिस जांच करते हुए मौके पर पहुंची तो पता चला कि फोन करने वाला युवक का नाम अनन्त गुप्ता है, जिसे पुलिस ने गुरुवार को हिरासत में ले लिया. सदर कोतवाली के दारोगा अनिल तिवारी की तहरीर पर झूठी सूचना देने वाले अनन्त गुप्ता के विरुद्ध 153 A,153 B आईपीसी के तहत केस दर्ज करते हुए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
सदर कोतवाल मृत्युंजय सिंह ने बताया कि आरोपी अनन्त गुप्ता नाम का यह शख्स मनबढ़ किस्म का है, इसकी एक पहले छोटी सी किराने की दुकान थी और इसे मोबाईल गेम खेलने की लत लग गई, पहले तो यह पैसे जीतता गया, बाद में लाखों रुपया हार गया, कई लोगो से उधार लिया था, जैसे-तैसे उधार लिए हुए पैसे को वापस किया लेकिन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है.
कोतवाल ने बताया कि कुछ महीने पहले इसने डिप्टी सीएम का पीए बनकर पुलिस को फोन कर धमकाने लगा कहने लगा कि अनन्त गुप्ता का एक्सिडेंट लखनऊ में हो गया है, उसका जल्दी से जल्दी इलाज कराओ, वरना तुम लोगों की खैर नहीं है, जिसके बाद इसकी पड़ताल की गई तो यह खुद ही अनन्त गुप्ता निकला, जिसके बाद इसे पकड़कर 151 में चालान भी किया गया था.
बताया यह भी जा रहा है कि कुछ दिन पहले इसने पुलिस को डाक से रजिस्टर्ड लेटर भेजा था जिसमें उसने लिखा था कि वह दिव्यांग है, उसे अपनी तीन बहनों की शादी करनी है, लिहाजा उसका राशन कार्ड बनाया जाए, जबकि कहीं से वह दिव्यांग नहीं प्रतीत हो रहा है. पूछताछ में आरोपी अनन्त गुप्ता ने बताया कि वह धारावाहिक CID का ACP प्रद्युम्न बनकर डायल 112 को फोन किया था, अब गलती हो गयी है.
इस मामले में सीओ श्रेयस त्रिपाठी ने बताया कि फर्जी ACP बनकर गोरखनाथ मंदिर को उड़ाने की झूठी सूचना देने वाले आरोपी अनन्त गुप्ता को देवरिया कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.