BREAKING: नहीं मिला शव वाहन तो कार में लाश को लेकर गए घर

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Update: 2025-02-08 14:07 GMT
Aurangabad. औरंगाबाद। औरंगाबाद में सड़क हादसे में मारे गए इंटरमीडिएट के छात्र की मौत और पोस्टमॉर्टम के बाद लाश को कार की डिक्की में रखकर घर ले जाने को परिजन मजबूर हुए। छात्र की मौत सुबह उस दौरान हो गई थी, जब वो अपने दो दोस्तों के साथ बाइक पर इंटरमीडिएट का एग्जाम देने के लिए सेंटर पर जा रहा था। हादसे में बाइक सवार छात्र और उसके एक और दोस्त की मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया था। हादसा तब हुआ था, जब तीनों छात्रों की बाइक का दूसरी बाइक से आमने-सामने की टक्कर हो गई थी।
मृत छात्र की पहचान कुटुंबा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव के रहने वाले 18 साल के हिमांशु के रूप में हुई। उसकी मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी। हादसे की सूचना के बाद नगर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार कर पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने को कहा। परिजन शव को पोस्टमॉर्टम हाउस ले जाने के लिए शव वाहन ढूंढने लगे। लेकिन नहीं मिला। अस्पताल प्रबंधन की ओर से ये कह दिया गया कि अस्पताल प्रबंधन के पास एक ही शव वाहन है, जो फिलहाल शव लेकर कहीं गया है। आने में एक घंटा समय लगेगा।
3 घंटा इंतजार करने के बजाय परिजन शव को कार की डिक्की में लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। किसी ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की किरकिरी हो रही है। घटना के बाद पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे सीनियर राजद नेता इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह ने इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल को व्यवस्था का शिकार हो चुका है। यहां मानवीय मूल्यों का भी ख्याल नहीं रखा जाता है। शव को घर तक भेजने के लिए मॉर्च्युरी वाहन उपलब्ध कराना प्रबंधन की जिम्मेदारी है। लेकिन सिस्टम पूरी तरह से फेल है।
सुबह ओबरा थाना क्षेत्र के देवकली शिव मंदिर पास स्थित एनएच-139 पर दो बाइक की टक्कर हो गई थी, जिसमें से एक पर 18 साल का हिमांशु बैठा था। हिमांशु कुटुंबा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव निवासी अखिलेश सिंह का बेटा था। उसके साथ सदर प्रखंड के फेसर के रहने वाले सुनील यादव का बेटा 17 साल का राहुल कुमार भी बाइक पर था। हादसे में इसी बाइक पर सवार कुटुंबा थाना क्षेत्र के पिपरा गांव के रहने वाले सुशील सिंह का बेटा 16 साल का मौसम कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। हादसे का शिकार दूसरा बाइक सवार घटनास्थल से फरार हो गया था।
घटना की सूचना पर वहां पहुंचे सड़क सुरक्षा रोकथाम समिति के सदस्यों ने तीनों घायलों को इलाज के लिए ओबरा स्थित सामुदायिक अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में काफी देर तक इलाज न होने के कारण राहुल की मौत हो गई। वहीं प्राथमिक इलाज के बाद दोनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। औरंगाबाद में इलाज के दौरान हिमांशु की मौत हो गई।
हिमांशु और मौसम इंटरमीडिएट का एग्जाम दे रहे थे। दोनों इंटरमीडिएट की फाइनल परीक्षा देने ओबरा गए थे। दोनों
महथु
में कृष्ण यादव के घर किराए पर रहते थे। राहुल भी कुछ दिनों से अपने मौसा कृष्ण यादव के घर रह रहा था। शुक्रवार को राहुल बाइक से हिमांशु और मौसम को लेकर ओबरा के लक्ष्मी पब्लिक स्कूल स्थित परीक्षा केंद्र पर जा रहा था। हिमांशु और मौसम साइंस के स्टूडेंट थे। मैथ फिजिक्स व इंग्लिश की परीक्षा दे चुके थे। आज शुक्रवार को केमिस्ट्री की परीक्षा थी। हिमांशु अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके अलावा उसकी एक छोटी बहन है। वहीं, मृतक राहुल दो भाई व एक बहन था। हाल ही में उसकी बहन की शादी करहरा गांव में तय हुई थी। आज यानी शनिवार को छेका के लिए जाना था। परिजन शादी की तैयारी में जुटे थे।
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