खरगोन: मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनावी रंग धीरे-धीरे गहराने लगा है। वहीं, राजनीति से दूर कई राजनेता श्रावण मास में भक्ति के रंग में रंगे हैं। ऐसा ही नजारा खरगोन जिले के कसरावद विधानसभा क्षेत्र का है, जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव अपने भाई विधायक सचिन यादव के साथ आस्था यात्रा पर निकले हैं।
उनकी यह यात्रा सात दिन की है जो 37 गांव तक पहुंचेगी, जिसमें सैकड़ों लोग भी उनके साथ सहयात्री बने हुए हैं। यात्रा प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए महिष्मति सेवा न्यास के बैनर तले निकाली जा रही है। इस आस्था यात्रा का आगाज 11 विद्वान आचार्य और पंडितों के सानिध्य में सगुर भगुर में मां बाघेश्वरी, मोटी माता और भगवान शिव के पूजन-अभिषेक के साथ हुआ। यात्रा लगातार आगे बढ़ रही है और गांव-गांव में पहुंच रही है। पदयात्रा में शामिल लोग पौधों का भी रोपण कर रहे हैं। जहां आमजन बगैर किसी धार्मिक भेदभाव के यात्रा के साथ जुड़ रहे हैं और स्वागत कर रहे हैं।
बताया गया है कि पदयात्रा कुल 92 किमी का रास्ता तय करेगी। कसरावद विधानसभा क्षेत्र के 37 गांवों से होते हुए नर्मदा किनारे भोईन्दा कठोरा में 11 शिवलिंगी महादेव आश्रम पर 7 अगस्त 2023 को समाप्त होगी। यात्रा को लेकर सचिन यादव ने कहा कि भगवान शिव का वैदिक मंत्रों और स्तुतियों से अभिषेक किया जाता है तो इससे मानसिक और आध्यात्मिक शक्तियां प्राप्त होती है। पवित्र श्रावण मास में शिव मंत्रों के जाप, श्रवण और भक्ति से दैवीय ऊर्जा प्राप्त होती है।
पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री अरूण यादव ने कहा कि श्रद्धापूर्वक शिव पूजन और अभिषेक से हम सबका लोक कल्याण होगा। देश-प्रदेश सहित निमाड़ अंचल में समृद्धि खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि मैं श्रावण मास में बरसों से ज्योतिर्लिंग भगवान ममलेश्वर-ओंकारेश्वर तक की आस्था यात्रा निकालता रहा हूं। अब हमारी यह आस्था यात्रा नर्मदा किनारे तक 11 शिवलिंगी महादेव आश्रम कठोरा भोईन्दा तक निकाली जा रही है। यात्रा निकालने वाले यादव बंधुओं का नाता कांग्रेस से है। मगर, इस यात्रा में कहीं भी पार्टी का झंडा नजर नहीं आ रहा है। हर तरफ भगवा ध्वज ही नजर आते हैं। इस पदयात्रा को उन्होंने राजनीति से दूर रखने की कोशिश की है।