हाथी की सूंड नहीं बनेगी वैंटिलेटर, इनको मायावती ने चाभी भरकर भेजा : संबित पात्रा
आज तक पर डिबेट के दौरान बीजेपी के संबित पात्रा गिनाने लगे कि यूपी में विदेशी कंपनियां कितना निवेश कर रही हैं।
आज तक पर डिबेट के दौरान बीजेपी के संबित पात्रा गिनाने लगे कि यूपी में विदेशी कंपनियां कितना निवेश कर रही हैं। पात्रा कहने लगे कि योगी सरकार के समय पर यूपी में पांच एयरपोर्ट बन रहे हैं। संबित पात्रा बसपा समर्थक से कहने लगे कि चचा जान आप जो कह रहे थे कि हमने कोरोना के समय में क्या किया तो इसका जवाब ये है कि आपके समय में जो हाथी बनाने में खरबों खर्च किए गए उन हाथियों की सूंड से तो वैंटिलेटर तो बनेगा नहीं। जब बसपा समर्थक कहने लगे कि आप एयरपोर्ट मत गिनाइए। ये बताइए कि किसानों की आत्महत्या का क्या? संबित पात्रा कहने लगे कि चित्रा जी इनको आज मायावती जी ने चाभी भरकर भेज दिया है। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता डिबेट में मुस्कुराते रहे।
गौरतलब है कि ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार को लेकर चिंतित है। राज्य में पार्टी के अपने विधायक और सांसद सार्वजनिक तौर पर शिकायतें कर रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके जन्मदिन पर बधाई न देना चर्चा का विषय रहा। इस सप्ताह चर्चा यह थी कि भाजपा के शीर्ष नेता योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा कोविड महामारी से निपटने की आलोचना से चिंतित थे।अफवाहों के मुताबिक बदलाव पर विचार किया जा रहा है। अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए टोन सेट कर सकते हैं। पार्टी के महासचिव बीएल संतोष ने इस तरह की बातों को तुरंत खारिज कर दिया।
मंगलवार को उन्होंने योगी आदित्यनाथ और महामारी से निपटने के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए ट्वीट किया। शुक्रवार को बीजेपी सूत्रों ने योगी आदित्यनाथ को हटाने से इनकार किया, लेकिन संकेत दिया कि कैबिनेट विस्तार की संभावना है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के करीबी माने जाने वाले पूर्व नौकरशाह एके शर्मा को उत्तर प्रदेश सरकार में अहम भूमिका दी जा सकती है। सूत्र ने कहा कि विस्तार इस महीने हो सकता है, और नए मंत्रियों को जाति और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखकर चुना जाएगा।
बता दें कि बीएल संतोष और राधा मोहन सिंह ने योगी आदित्यनाथ, वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की थी। उन्होंने हाल के पंचायत चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के कारणों का भी आकलन किया; नतीजों में बीजेपी को उसके गढ़ में भारी नुकसान पहुंचा है।दूसरी कोविड लहर को लेकर यूपी सरकार पर विपक्ष ने तीखे हमले किए हैं। गंगा में तैरते शवों की तस्वीरों ने अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं। सरकार की ओर से मीडिया पर स्थिति को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि योगी आदित्यनाथ लगातार जमीनी स्थिति की निगरानी कर रहे थे।
यूपी कोविड की दूसरी लहर से सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से था, जिसमें सक्रिय मामले अप्रैल के अंत में तीन लाख से अधिक हो गए थे।