Bilaspur. बिलासपुर। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर बिलासपुर जिला मुख्यालय से महज दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंडी-भराड़ी नामक जगह पर भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के कब्जे वाली आठ बीघा जमीन सरकारी है। अब इस जमीन पर बीबीएमबी का कब्जा नहीं रहा है, लिहाजा प्रशासन ने इस जमीन को अपने अधीन करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। पर्यटन आकर्षण के लिहाज से महत्वपूर्ण योजना को धरातल पर उतारने के लिए जमीन का झंझट नहीं रहा और न ही तय औपचारिकताएं पूरी करने के लिए वक्त की बर्बादी होगी। जमीनी प्रक्रिया पूरी होने पर अगली कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। खास बात यह है कि पुरानी क्रेन के पास हिमाचल प्रदेश का पहला स्काई ग्लास ब्रिज निर्मित करने के साथ ही रिवर व्यू कैफे और एक बड़ा फूड कोट बनाने की योजना है। वे साईड एम्युनिटी के लिए भी प्रशासन सोच रहा है। रिवर व्यू प्वाइंट व आसपास की आछ बीघा जमीन उपलब्ध है जिस पर बीबीएमबी का कब्जा हुआ करता था। बीबीएमबी जमीन पर कब्जा छोड़ चुकी है और पुरानी क्रेन का भी उपयोग नहीं होता। इसलिए प्रशासन ने मंडी भराड़ी ब्रिज के पास एक बड़ा पर्यटन आधारभूत ढांचा विकसित करने की योजना पर काम शुरू किया है।
रिवर व्यू कैफे के साथ ही एक बड़ा फूड कोट तैयार करने की योजना का प्रारूप तैयार किया जा रहा है। अहम बात यह है कि इस प्रोजेक्ट को एक रुपए की लीज पर आगामी 25 सालों के लिए लीजआउट किया जाएगा। पर्यटन आकर्षण के लिहाज से यह बहुत बड़ा जंक्शन बनेगा। दरअसल, फोरलेन पर मंडी भराड़ी में बीबीएमबी की सालों पुरानी क्रेन है जिसका अब किसी भी प्रकार का उपयोग नहीं किया जाता। सालों से जंग खा रही पुरानी क्रेन का सदुपयोग करने के लिए स्काई ग्लास ब्रिज तैयार करने का प्लान बनाया गया है। पर्यटन लिहाज से इस व्यू प्वाइंट को विकसित किया जाएगा ताकि कुल्लू मनाली की ओर जाने वाले पर्यटक यहां भी रुकें और सेल्फी प्वाइंट के साथ क्रूज, शिकारे व हाऊस वोट्स के साथ साथ वाटर स्कूटर इत्यादि का लुत्फ उठाएं। झील आर पार करने के लिए जिपलाइन तैयार करने का भी प्रोपोजल है। क्रेन पर स्काई ग्लास ब्रिज तैयार करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एनओसी के लिए भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड को पत्र लिखा गया है था, जिस पर उस ओर से हरी झंडी दे दी गई है। अब प्रशासन योजना का खाका तैयार करने में जुट गया है। उधर, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक कहते हैं कि योजना के माध्यम से कोशिश यही है कि पर्यटक कुल्लू मनाली जाने से पहले कम से कम एक दिन के लिए तो बिलासपुर में रुकें। प्रोजेक्ट के सिरे चढऩे से जिला में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। वहीं रोजगार भी बढ़ेगा और क्षेत्र का विकास भी होगा।