बंगाल। पश्चिम बंगाल में शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी पर शिकंजा कसने के बाद अब ED ने टीएमसी के नेता माणिक भट्टाचार्य को तलब कर लिया है. ईडी ने इस कार्रवाई से पहले माणिक के घर पर भी छापा मारा था.इससे पहले ईडी ने शिक्षा भर्ती घोटाले में मंत्री पार्थ चटर्जी को 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही उनकी करीबी बताई जा रही अर्पिता मुखर्जी को भी ईडी ने हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार किया था. ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ रुपये नकद और लाखों रुपये के गहने बरामद किए थे. इसके साथ ही अर्पिता के घर से फॉरेन करेंसी भी मिली थी.
कोर्ट ने पार्थ और अर्पिता को 3 अगस्त तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया है. ईडी का कहना है कि अर्पिता ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि कैश पार्थ का है. ईडी ने कोर्ट में अर्पिता और पार्थ चटर्जी दोनों की 14 दिन की हिरासत मांगी थी.
ईडी ने कहा कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी की संयुक्त संपत्ति से संबंधित दस्तावेज मिले हैं. इस संपत्ति को पार्थ ने 2012 में खरीदा था. अर्पिता ने पूछताछ के दौरान यह भी स्वीकार किया कि नकदी पार्थ की है. इन पैसों को अर्पिता मुखर्जी से जुड़ी कंपनियों में लगाने की योजना थी. नकद राशि भी एक-दो दिन में उसके घर से बाहर ले जाने की योजना थी.