असम में आखिरी फेज से पहले EC का एक्शन...बीजेपी नेता के SP भाई का ट्रांसफर
असम में विधानसभा चुनाव की आखिरी फेज की वोटिंग से पहले चुनाव आयोग से भाजपा नेता और राज्य के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को एक और झटका लगा है. आयोग ने उनके भाई का ट्रांसफर करने का आदेश दिया है. हिमंत बिस्वा सरमा के भाई सुशांत बिस्वा सरमा गोलपाड़ा के एसपी हैं. गोलपाड़ा विधानसभा सीट पर आखिरी फेज यानी 6 अप्रैल को वोटिंग होनी है. इसी को ध्यान में रखते हुए उनके ट्रांसफर के आदेश दिए गए हैं.
शुक्रवार देर रात को चुनाव आयोग की तरफ से असम के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को इसके लिए चिट्ठी भेजी गई. चिट्ठी के मुताबिक, चुनाव आयोग ने चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को निर्देश दिया है कि वो जल्द से जल्द एसपी सुशांत बिस्वा सरमा का ट्रांसफर करें. चुनाव आयोग ने कहा है कि सुशांत बिस्वा सरमा की जगह वीरा राकेश रेड्डी को गोलपाड़ा का एसपी नियुक्त किया जाए. और सुशांत को पुलिस हेडक्वार्टर में किसी अच्छे पद पर रखा जाए.
हिमंत बिस्वा सरमा के प्रचार करने पर रोक
चुनाव आयोग ने वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा पर 48 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है. दरअसल, 29 मार्च के दिए हिमंत बिस्वा सरमा ने खुले मंच से कांग्रेस के सहयोगी और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के चेयरमैन हगरमा मोहिलरी को जेल भेजने की धमकी दी थी. इसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद आयोग ने हिमंत बिस्वा सरमा के चुनाव प्रचार करने पर 48 घंटे तक रोक लगा दी है.
तीन चरणों में होंगे असम में चुनाव
असम की 126 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में चुनाव होने हैं. पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च दूसरे चरण की वोटिंग 1 अप्रैल को हो चुकी है. 6 अप्रैल को तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोटिंग होगी. 2 मई को नतीजे आएंगे. बहुमत के लिए 64 सीटें जीतनी जरूरी हैं.
असम में पिछली बार यानी 2016 विधानसभा चुनावों में भाजपा की सरकार बनी थी. उसे 60 सीटें मिली थीं. सहयोगी दलों को 26 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 26 और AIUDF को 13 सीटें मिली थीं.