डबल मर्डर केस: दो दोस्तों की हुई हत्या, मोबाइल से मिले ये सबूत

जानिए पूरा मामला।

Update: 2022-01-28 11:59 GMT

गोरखपुर: गोरखपुर के झंगहा इलाके के नई बाजार पलीपा गांव के गणेश और आकाश की हत्या में पुलिस ने गुरुवार को दो युवकों को उठाया है। दोनों युवकों से पूछताछ में पुलिस को काफी जानकारी मिली है लेकिन पुलिस को अभी भी हत्यारोपित की तलाश है। उधर, मरने वाले किशोरों का मोबाइल पुलिस ने हासिल कर लिया है। मोबाइल से पुलिस को कई जानकारियों मिली हैं। सीडीआर की जांच कर पुलिस ने कड़ी से कड़ी मिलाने की तैयारी शुरू कर दी है। मोबाइल में पुलिस को कई संदिग्ध नम्बर मिले हैं। उन नम्बरों की भी जांच की जा रही है। पुलिस को कुछ लड़कियों के भी नम्बर मिले हैं। हालांकि ये लड़कियां गांव से काफी दूर की रहने वाली हैं। एक लड़की से पुलिस को संदिग्ध कातिल का नाम भी पता चला है पर पुलिस हत्याकांड से उसका लिंक जोड़ने में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि पुलिस जितना जल्दी लिंक तलाश लेगी उतना जल्दी ही खुलासा कर लिया जाएगा।

अभी तक की जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों किशोर जब से गायब हुए हैं उसके पहले से उनका मोबाइल फोन बंद हो गया था। दोनों सात जनवरी को पहले घर से निकले थे। हालांकि परिवारवालों के मुताबिक दस जनवरी को वे फिर घर आए थे और दोबारा सामान लेकर निकले थे। उसके बाद से उनका कहीं पता नहीं चला। हालांकि पुलिस के हाथ जो मोबाइल लगे हैं वे मोबाइल दस जनवरी से पहले ही बंद हो गए हैं। इसका रहस्य भी पुलिस सुलझाने में जुटी हुई है। जांच में पता चला है कि आकाश के नम्बर से कुछ मैसेज भी किया गया है। ज्यादातर जानकारी पुलिस ने जुटा लिया है पर उनका लिंक हत्या से जोड़ने में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस यह तो तय मानकर चल रही है कि यह हत्या आशनाई में ही हुई है पर आशनाई में और कितने लोग शामिल हैं और किस लड़की को लेकर यह विवाद हुआ, जिससे मामला हत्या तक पहुंच गया। यही पता लगाना है क्योंकि अभी तक कई लड़कियों के नम्बर उनके मोबाइल से पुलिस को मिले हैं। एसपी नार्थ ने बताया कि जांच में मामला आशनाई की तरफ ही जा रहा है। सीडीआर की जांच की जा रही है। दोनों मोबाइल से कुछ तथ्य सामने आए हैं पर सीडीआर से मिलान के बाद ही सही तथ्य सामने आएंगे और घटना का खुलासा किया जाएगा।
गणेश की मां का पहले ही देहांत हो चुका है। वह तीन भाइयों व एक बहन में दूसरे नंबर का था। सबसे बड़ा अमन फिर गणेश और छोटा महेश था। उसकी बहन नेहा ने बताया कि वह अक्सर मुझसे कहता था कि जब वह कमाने लगेगा तो नए कपड़े दिलाएगा। वह पढ़ने में भी बहुत तेज था। घर से जाते समय उसने बोला था कि गीडा कमाने जा रहा है। वहां से वह उसे पैसे भेजेगा। लेकिन उसे क्या पता था कि अब भाई फिर कभी नहीं मिलेगा। गणेश के पिता ऑटो चलाते हैं। गणेश परिवार चलाने में उनकी मदद करना चाहता था। आकाश के पिता मजदूरी व किसानी करते हैं। वह तीन भाइयों में बड़ा था। वह बड़ा होने के नाते कमाकर पिता की मदद करना चाहता था। वह पिता से अक्सर कहता था कि वह एक दिन खूब पैसा कमाएगा।
गणेश और आकाश के शव का बुधवार को पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम सूत्रों के मुताबिक दोनों के सिर में प्रहार कर हत्या की गई है। वहीं 15 से 16 दिन पहले ही इन्हें मौत के घाट उतारा गया है। 7 जनवरी को घर से निकलने के बाद दो दिन तक दोनों जीवित थे। परिवारवालों की माने तो दो दिन बाद वह घर आए और अपना कपड़ा व अन्य सामान लेकर निकले उसके बाद उनका कहीं पता नहीं चला। अंदाजा लगाया जा रहा है जिस रात वह दोबारा सामान लेकर निकले उस रात ही उनका कत्ल किया गया है।
पुलिस सूत्रों की जांच आकाश और गणेश के साथ पढ़ने वाली एक लड़की के प्रेम प्रसंग में हत्या की तरफ बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि पहले हत्यारोपित से लड़की की गहरी दोस्ती थी। कुछ महीने तक दोनों साथ रहे थे, लेकिन इस समय उसकी दोस्ती आकाश से हो गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आकाश कातिल के चंगुल में फंसने के बाद गणेश को बुला कर साथ ले गया था। मारना आकाश को ही था, लेकिन गणेश वहां पहुंच गया था, इस वजह से उसे भी हत्यारोपितों ने मार दिया था। दोनों की हत्या एक साथ करने के बाद ही शवों को दफनाया गया था। पुलिस खुलासे के लिए उनके मोबाइल से लिंक की तलाश में है।


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