डॉक्टर का दावा: शराब पीकर कई कोरोना मरीज हुए स्वस्थ, अब संक्रमितों को दी पीने की नसीहत

Update: 2021-05-16 16:55 GMT

देशभर में कोरोना संक्रमण के चलते हाहाकार मचा हुआ है। संक्रमण की दूसरी लहर ने अस्पताल ही नहीं श्मशान की भी व्यवस्था बिगाड़ दी है। हालांकि सरकार महामारी पर काबू पाने के लिए तमाम तरह की कोशिशें कर रही है। इस भयंकर महामारी में ऑक्सीजन सिलेंडर और जरूरी दवाओं की कमी देखने को मिल रही है। प्रशासन संक्रमण पर काबू करने के लिए लोगों का वैक्सीनेशन कर रही है। इसी बीच महाराष्ट्र के एक डॉक्टर ने ऐसा दावा कर दिया है, जिसे लेकर वो सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक डॉक्टर अरुण भिसे ने दावा किया है कि उन्होंने शराब पिलाकर 40 से 50 कोरोना मरीजों का उपचार किया है। उन्होंने यह भी कहा जिन मरीजों का उपचार किए हैं, उनमें से 10 मरीज गंभीर अवस्था में थे। हैरानी की बात ये है कि डॉ भिसे ने एक स्टेज के बाद कोरोना मरीजों को शराब लेने की नसीहत दी है।

नामी मीडिया संस्थान की रिपोर्ट के डॉक्टर अरुण भिसे ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सबसे पहले पास के डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और उनके सलाह के अनुसार दवाएं लेनी चाहिए। इसके बाद जब मुंह का स्वाद चला जाए और भूख लगना कम हो जाए, तो उस दिन से मरीज को अल्कोहल लेना शुरू कराना चाहिए। उन्होंने यह भी नसीहत दी है कि जिस शराब का आप सेवन कर रहे हैं, उसमें अल्कोहल की मात्रा 40% से ज्यादा होनी चाहिए। मरीज ब्रांडी, व्हिस्की, वोडका, देशी कोई भी शराब पी सकते हैं। शराब की मात्रा 30 मिलीलीटर में 30 मिलीलीटर पानी मिलाकर कोरोना रोगी को दिया जाना चाहिए। शराब पीने के बाद वो खून की नसों के रास्ते आधा मिनट में पूरे शरीर में पहुंचती है। फेफड़ों के बाद शराब हवा के संपर्क में आती है और शरीर से बाहर निकल जाती है। इस प्रक्रिया के दौरान शरीर मे मौजूद कोरोना वायरस निष्क्रिय हो जाता है।

डॉक्टर अरुण भिसे का कहना है कि कोरोना वायरस ऊपरी परत लिपिड की है जो अल्कोहल के संपर्क में आने से नष्ट हो जाती है। इसी कारण सैनिटाइजर से हाथ धोने की सलाह दी जाती है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से मरीजों को काफी मेंटल टेंशन होती है। इस टेंशन को कम करने का काम शराब करती है।


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