Dhaan के खेत सूखे, रोपाई भी अटकी

Update: 2024-07-17 12:12 GMT
Gagal. गागल। बरसात की धमाकेदार शुरुआत के बाद बल्ह में बादल फि र से रूठ गए हैं। बरसात के शुरुआती हफ्ते में बारिश ने इतने रंग दिखाए कि समूचा बल्ह सुकेती खड्ड की बाढ़ में पानी पानी हो गया, लेकिन बाढ़ में फ सलें डूबोकर और किसानों का भारी नुकसान करके फिर से बादल रूठ गए हैं और अब यह आलम है कि अधिकांश धान के रोपे गए खेत पानी के अभाव में सूखने लगे हैं। यही नहीं कई किसानों ने धान की रोपाई के लिए खेत तैयार किए हैं, लेकिन बिना बारिश के धान की रोपाई नही हो पा रही है। किसान अभी भी आसमान की ओर टकटकी लगाए देख रहा है कि कब बादल बरसें और वह खेतों में धान की रोपाई कर सके। बल्ह और दूसरी जगह अधिकांश खेतों में कुहलों से सिंचाई होती है और ये कूहलें छोटे बड़े नालों से निकली होती हैं, जहां बरसात के मौसम में
बारिश का पानी इक्क्ठा होकर बहता है।

लेकिन अभी बरसात भी इतनी नहीं बरसी थी कि इन नालों में पानी खेतों की जरूरत पूरा कर सके। इस कारण बिना बारिश के खेतों में धान रोपाई का काम चिंताजनक विलंब के साथ रुका हुआ है। जहां पहले बारिश के चलते धान रोपाई कर भी दी गई थी, वे खेतों भी पानी के अभाव में सूख रहे हैं। बल्ह की महत्वकांक्षी दक्षिण तट सिंचाई योजना के अंतर्गत बग्गी मलोरी नहर बल्ह के दक्षिण तट के अधिकांश भाग की सिंचाई की जरूरत पूरा कर देती थी, लेकिन पिछली बरसात में सकरोहा से आगे नहर क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण गागल, चंडयाल, पीपली कथवाड़ी, मलवाना, भडय़ाल, टिक्कर, बैहना तथा रोपा कभाल तक की हजारों बीघा उपजाऊ जमीन पूरी तरह वर्षा पर निर्भर हो गई हैं और पानी के अभाव में फसलें चौपट हो रही हैं। बग्गी, चैलचौक, गोहर, सुंदरनगर और सरकाघाट आदि क्षेत्रों में भी कमोबेश यही स्थिति है।
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