Sundernagar. सुंदरनगर। पुलिस थाना सुंदरनगर की हवालात में हिरासत में रखे गए दुष्कर्म के आरोपी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। तबीयत खराब होने के बाद आरोपी को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चिकित्सक उसे बचा नहीं सके। प्राथमिक जांच व चिकित्सीय हवाले में जहर के सेवन के कारण मौत होना बताया जा रहा है। हालांकि इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम और बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। उधर, इस हादसे के बाद सुंदरनगर पुलिस थाना की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ गए हैं। अगर आरोपी ने जहर खाकर आत्महत्या की है तो थाने के अंदर जहर कैसे पहुंचा और आरोपी को हिरासत में रखने से पहले उसकी तलाशी क्यों नहीं ली गई, ये सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। मृतक आरोपी की पहचान बेअंत सिंह आलियास उर्फ काकू गांव निवासी बरोटा तहसील घुमारवीं के रूप में हुई है। मृतक की मौत होने के बाद पुलिस गुरुवार शाम तक पोस्टमार्टम भी नहीं करवा सकी। पूरा दिन अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते रहे। हालांकि इस मामले में ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट इन्क्वायरी अब मंडी पुलिस करवाने जा रही है। दूसरी तरफ मृतक के पिता जीत सिंह ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने बाकायदा तलाशी ली थी और उसके पास जो सामान था, वह हमें दिया था। ऐसे में इसके बाद भी थाने में जहर कहां से आया और किसने उनके बेटे को जहर लाकर दिया।
उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए। जानकारी के अनुसार आरोपी को पुलिस थाना सुंदरनगर की टीम ने सुंदरनगर की एक महिला द्वारा दुष्कर्म करने के आरोप लगाने के बाद हिरासत में लिया था। महिला ने आरोप लगाए थे कि आरोपी के साथ दो वर्ष पूर्व सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती व जान पहचान हुई थी। इसके बाद उसके घर पर पति की गैर मौजूदगी में कई मर्तबा उससे जबरन शारीरिक संबंध बनाने और आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दे रहा है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था। इसी बीच गुरुवार तडक़े आरोपी की तबीयत बिगड़ गई और उसके बाद उसे पहले सिविल अस्पताल सुंदरनगर ले जाया गया। जहां से उसे नेरचौक मेडिकल कालेज रैफर कर दिया, लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं डीएसपी सुंदरनगर भरत भूषण ने बताया कि पुलिस थाना सुंदरनगर की हवालात में बंद आरोपी व्यक्ति संदिग्ध मौत हुई है। उसे अस्पताल भी पहुंचाया गया, लेकिन जान बचाई नहीं जा सकी। मामले की अब ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट इन्क्वायरी होगी। मृतक के शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को न्यायिक प्रकिया अपनाते हुए न्यायाधीश के सामने होगा।