इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही छात्रा की मौत, पुलिस ने कहा आत्महत्या, लेकिन पिता बोले कुछ और ही

क्या है मामला?

Update: 2021-03-26 12:56 GMT

इंदौर में एक सिविल इंजीनियरिंग की छात्रा ने गला काटकर आत्महत्या कर ली है. मृतका माइग्रेन से पीड़ित थी और उसका इलाज चल रहा था.पुलिस घटना की जांच कर रही है. पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है.

क्या है मामला
घटना इंदौर के संस्कृति पार्क पालदा इलाके की है. मृतका का नाम डॉली जायसवाल (24 वर्ष) है. उसके पिता ओमप्रकाश एसी रिपेयरिंग और इंस्टालेशन का काम करते हैं. मृतका के पिता ने बताया कि घर का फर्नीचर रिपेयर करने के लिए एक कारीगर को बुलाया था. वह कारीगर अपना रिपेयरिंग का सामान घर पर रखकर मजदूर को बुलाने चला गया. वह भी मूसाखेड़ी स्थित साइट पर काम करने चले गए. घर पर उनकी बेटियां डॉली और मोनिका थीं.
ओमप्रकाश ने बताया कि जब उनकी बेटी मोनिका बाथरूम से नहाकर निकली तो उसने देखा कि डॉली का गला कटा हुआ है और खून दीवारों और फर्श पर बिखरा पड़ा है. डॉली कुछ बोलना चाहती थी लेकिन बोल नहीं पा रही थी. इसके बाद मोनिका ने अपने पिता को घटना की सूचना दी. जब पिता ओमप्रकाश घर पहुंचे तो डॉली तड़प रही थी और उनसे कुछ कहना चाहती थी लेकिन कुछ कह नहीं पा रही थी. पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतका माइग्रेन की बीमारी से पीड़ित थी और उसका इलाज चल रहा था.
पिता ने कही ये बात
मृतका के पिता का कहना है कि बड़ी बेटी मोनिका नहा रही थी और मैं साइट पर पहुंचा था. तभी आधे घंटे के बाद मोनिका का फोन आया और उसने डॉली के गला कटने की जानकारी दी. जब मैं घर पहुंचा तो डॉली लहुलुहान थी. उन्होंने कहा कि कुछ देर पहले ही फर्नीचर वाला कारीगर आया था. वह मजदूर लेने चला गया. उसके कटर का प्लग लगा हुआ था. इस कटर पर डॉली का पैर पड़ा और वह चालू हो गई. इसके बाद मशीन घूमी और उससे डॉली घायल हो गई. हालांकि पुलिस अभी इसे आत्महत्या ही मान रही है.
मां और भाई की भी हो चुकी है मौत
बता दें कि मृतका डॉली की मां की 20 साल पहले ही मौत हो चुकी है. वहीं तीन साल पहले भाई की भी कैंसर से मौत हो गई थी. डॉली के रिश्तेदारों ने बताया कि वह प्राइवेट फॉर्म भरकर सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी.
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