भारत के खिलाफ खतरनाक साजिश: 'बर्निंग ट्रेन' प्लान का खुलासा, पढ़े पूरी डिटेल्स

हवाला के जरिए सलीम को मिला था पैसा.

Update: 2021-07-01 06:59 GMT

दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट का 'पाकिस्तान कनेक्शन' सामने आया है. इस मामले में लश्कर-ए-तैयबा के दो कथित आतंकियों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. आतंकी पटरी पर दौड़ती ट्रेन में ब्लास्ट करना चाहते थे. ये साजिश पाकिस्तान में बैठे लश्कर आतंकियों ने रची थी.

इस मामले में उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाले दो कथित आतंकी हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए हैं. इनके नाम इमरान मलिक और मोहम्मद नासिर है. इससे पहले दो और आरोपी शामली से भी हिरासत में लिए जा चुके हैं. देश की कई सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां पूरे मामले की तहकीकात कर रही हैं.
ऑपरेशन बर्निंग ट्रेन का खुलासा
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के ऑपरेशन 'बर्निंग ट्रेन का खुलासा हुआ है. बड़े पैमाने पर ट्रेन में लिक्विड बम धमाका करके और रेल की पटरियों को तोड़ कर ट्रेन हादसा करने की साजिश रची गई थी. दरभंगा ट्रेन में पार्सल बम धमाके में हैदराबाद से गिरफ्तार आरोपी शामली के रहने वाले हैं. शामली से दो और आरोपियों को हिरासत में लिया गया है.
सलीम के कहने पर दरभंगा स्टेशन पर धमाका!
आजतक के पास एक्सक्लूसिव जानकारी है कि शामली में सलीम नाम के जिस शख्स से सेंट्रल एजेंसी पूछताछ कर रही हैं, उसी ने हैदराबाद में गिरफ्तार आरोपियों को रिक्रूट किया था. सलीम कई बार पाकिस्तान जा चुका है. आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि पाकिस्तान में मौजूद इकबाल काना के कहने पर दरभंगा में ट्रेन धमाका किया गया था.
हवाला के जरिए सलीम को मिला था पैसा
आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान से हवाला के जरिये शामली में मौजूद सलीम को 1 लाख 60 हजार रुपया मिला था, धमाके के बाद करोड़ों मिलने थे, पाकिस्तान से ISI के हैंडलर ने मोबाइल से हैदराबाद में मौजूद इमरान को लिक्विड बम बनाने का वीडियो भेजा था, उस वीडियो को देखकर बम बनाया गया था.
शामली में मौजूद सलीम, जिसने इमरान और नासिर को रिक्रूट किया था, दरभंगा ब्लास्ट के बाद फोन करके कहा कि तुरंत अंडर ग्राउंड हो जाओ. हालांकि तब तक सेंट्रल एजेंसी अलर्ट हो गई थीं और हैदराबाद से इमरान नासिर को एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया.
धमाके का इकबाल काना है मास्टरमाइंड!
इकबाल काना यूपी के कैराना का रहने वाला है, लेकिन सालों पहले पाकिस्तान चला गया था और वहीं से आईएसआई का फेक करेंसी का काम देख रहा था, लेकिन अब लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर यूपी में लोगों को रिक्रूट कर रहा है और भारतीय रेल को टारगेट कर रहा है. कई ट्रेन हादसों में इनके शामिल होने की आशंका है.
17 जून को दरभंगा स्टेशन पर हुआ था ब्लास्ट
पिछले महीने 17 जून को सिकंदराबाद से दरभंगा जंक्शन पहुंची गुरुवार को सिकंदराबाद दरभंगा एक्सप्रेस के पार्सल वैन से उतारे गए रेडीमेड कपड़े के पैकेट में ब्लास्ट हो गया था. ट्रेन दिन में 1:18 पर प्लेटफार्म नंबर दो पर रुकी. फिर पार्सल वैन से सामानों का पैकेट उतारा जाने लगा. 3:25 पर रेडीमेड कपड़ों के पैकेट में से एक पैकेट में विस्फोट हुआ.
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