दिल्ली। सावन महीने के चौथे सोमवार को भक्तों ने चांदनी चौक के गौरी-शंकर मंदिर में पूजा-अर्चना की। रुद्राभिषेक के शुभ मुहूर्त के मुताबिक सावन के चौथे सोमवार पर सुबह 7 बजकर 26 मिनट से पहले किया गया रुद्राभिषेक बेहद शुभ फलदायी साबित होगा। इस मुहूर्त में रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
रुद्राभिषेक की विधि:सावन के दौरान शिव अराधना और शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है और भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है। चलिए रुद्राभिषेक करने की सही विधि जानते हैं।
पूजा-सामग्री: रुद्राभिषेक करने के लिए पान का पत्ता, धूप,दीप, गाय की घी, फल, फूल, इत्र, कपूर, बेलपत्र, मिठाई, शहद,दही, गन्ने का रस, पंचामृत, गुलाबजल, चंदन, गंगाजल, सुपारी, नारियल, श्रृंगी समेत सभी पूजन सामग्री को इकट्ठा कर लें।
शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रुद्राभिषेक की विधि:
1- सबसे पहले उत्तर दिशा में शिवलिंग स्थापित करें और पूर्व की ओर मुख करके बैठ जाएं। अब श्रृंगी में गंगाजल भरकर शिवलिंग का अभिषेक करें। अब दूध, दही,गंगाजल, पंचामृत, गन्ने का रस भी श्रृंगी से शिवलिंग पर चढ़ाएं।