Meerut: मेरठ। रिटायर्ड बैंक कर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर उससे 1 करोड़ 73 लाख रुपये 80 हजार ठगने के मामले में पिस ने एक और शातिर को आज गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले इस मामले में चार साइबर अपराधियों को पुलिस द्वारा दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया जा चुका है। एसएसपी विपिन ताड़ा का कहना है कि उन्होंने इस ठगी को चुनौती के रूप में लिया था औऱ तीन टीमें लगाई गई थीं। टीम वर्क के चलते पुलिस ने घटना के आठ दिन बाद साइबर ठगी करने वाले 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था। ताजा गिरफ्तारी की बावत जानकारी देते हुए एसएसपी ने बताया कि थाना साइबर क्राइम, जनपद मेरठ की तीन पुलिस टीम में से एक टीम पलवल (हरियाणा) राज्य के लिए रवाना किया गया था। जिनके द्वारा अगवानपुर थाना पलवल हरियाणा निवासी जतिन कुमार(20) पुत्र ध्रुव कुमार को पलवल हरियाणा से गिरफ्तार किया गया हैं। अभियुक्त के खाते में साइबर फ्रॉड के 5,30,750/- रूपये आये हैं, जो अभियुक्त द्वारा चैक के माघ्यम से निकालना बताया हैं। उपरोक्त प्रकरण में पूर्व में थाना साइबर क्राइम, जनपद मेरठ द्वारा चार अभियुक्तों को जेल में भेजा जा चुका हैं।
एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त जतिन कुमार ने अपने जुर्म का इकवाल करते हुए बताया कि साहब मुझे पैसो की जरुरत थी तो मुझे मेरे दोस्त आकाश पुत्र राजेन्द्र निवासी पातली खुर्द थाना पलवल सिटी जनपद पलवल (हरियाणा) मो0 9817940038 द्वारा बताया गया कि मेरे पास एक ऐसी स्कीम है कि खाता खुलवाओ और खाते मे पैसे गिरवाओ और पैसे कमाओ मुझे पैसे की आवश्यकता थी तो मैने यश बैक मे एक खाता खुलवाया, जिसमे आकाश द्वारा मेरे खाते मे पैसे मंगाये जाते थे और मैं उनको कैश में निकालकर आकाश को घर पर लाकर दे देता था और आकाश मुझे आये पैसो का कमीशन दे देता था। बकौल जतिन कुमार, आकाश मुझसे हमेशा वाट्सएप पर बात करता था जिसकी चैट मेरे फोन मे मौजूद है और मैने खाते मे जो मोबाइल नम्बर दर्ज किया वह मेरे मामा नबाब पुत्र कल्लू निवासी ग्राम मोहना तहसील बल्लभगढ थाना छायसा जिला फरीदाबाद (हरियाणा) के नाम से है जिसे में 2020 से इस्तेमाल कर रहा हूँ।
बता दें कि पिछले 17 सितंबर को मेरठ के एक रिटायर्ड बैंक कर्मचारी से साइबर ठगी हुई थी। इस मामले की शिकायत वादी द्वारा 22 सितम्बर को थाना साइबर क्राइम, जनपद मेरठ पर की गई थी। शिकायत में कहा गया था कि 17 सितम्बर को आवेदक के पास अज्ञात मोबाइल नम्बर से कॉल आने पर अपने आप को टेलीकॉम विभाग से बताते हुए कहा कि आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल कर केनरा बैंक में एक खाता खोला गया है, जिससे मनी लान्डरिंग का पैसा आया हैं और आपके खिलाफ महाराष्ट्र में एक एफ0आई0आर दर्ज हैं । इस प्रकार अज्ञातों द्वारा आवेदक से 18 सितम्बर से 21 सितम्बर तक अलग बैंको में पांच ट्राजेक्शन के माध्यम से कुल धनराशि 1,73,80,000/-रूपये की ऑनलाइन ठगी कर ली गयी हैं। इस संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना साइबर क्राइम पर धारा 318(4) भारतीय न्याय संहिता व 66डी आई0टी0 एक्ट में पंजीकृत किया गया था। विवेचना के दौरान मुकदमा उपरोक्त में धारा 338,340(2),61(2) भारतीय न्याय संहिता की बढोत्तरी की गयी। गिरफ्तार अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की अगुवाई साइबर क्राइम थाना प्रभारी केपी सिंह कर रहे थे।