Badaun बदायूं। धान के रुपये लेने उझानी की मंडी जाने की बात कहकर घर से गए ग्राम प्रधान का भाई लापता हो गया था। उसका कंकाल 15वें दिन उझानी रोड पर खाटू श्याम मंदिर के पास खेत में मिला। रिश्तेदार की सूचना पर पुलिस और युवक के परिजन पहुंचे। कंकाल के पास पड़ी पेंट और चप्पल से उसकी शिनाख्त हुई। परिजन में कोहराम मचा है। उन्होंने हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने कंकाल पोस्टमार्टम हाउस की मोर्चरी में रखवाया है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।थाना मूसाझाग क्षेत्र के गांव मौसमपुर ग्राम प्रधान शफीक के भाई फारुक (36) गल्ला व्यापारी थे। वह 19 अप्रैल को उझानी की अनाज मंडी से धान के रुपये लेने के लिए घर से गए थे। जिसके बाद वह वापस नहीं लौटे। परिजनों ने देर शाम तक तलाश किया लेकिन कहीं पता नहीं चला।
परिजनों ने अपनी रिश्तेदारी में खोज की फिर जानकारी नहीं हुई तो परिजनों ने थाना मूसाझाग पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने फारुक की गुमशुदगी दर्ज कर ली और युवक की तलाश शुरू की। रविवार दोपहर कोतवाली उझानी क्षेत्र के खाटू श्याम मंदिर के पास खेत में कंकाल पड़ा मिला। ग्राम प्रधान शफीक के गांव अल्लेहपुर भोगी निवासी फुफेरे बहनोई शेर मोहम्मद को सूचना मिली कि उझानी कोतवाली की अब्दुल्लागंज पुलिस चौकी क्षेत्र में गत्ता फैक्ट्री के पास कंकाल पड़ा है। फारुक की तलाश के चलते वह मौके पर पहुंचे। उन्हें शक हुआ कि वह कंकाल फारुक का भी हो सकता है।
उन्होंने ग्राम प्रधान के छोटे भाई शाने आलम को फोन करके सूचना दी। प्रधान मौके पर पहुंचे। कंकाल के पास एक पेंट पड़ी थी। पेंट सिलने वाले टेलर की दुकान का टैग भी लगा था। कुछ ही दूरी पर एक जोड़ी चप्पल पड़ी थी। प्रधान ने अपने भाई फारुक के रूप में कंकाल की शिनाख्त की। सूचना मिलने पर थाना मूसाझाग पुलिस भी वहां पहुंच गई। कंकाल को पोस्टमार्टम हाउस की मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजनों ने फारुक की हत्या का आरोप लगाया। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि किसी का कंकाल मिला था। जिसे पोस्टमार्टम हाउस पर रखवाया गया है। परिजनों की ओर से तहरीर नहीं आई है।