लाशों का सौदा: अंतिम संस्कार के नाम पर जालसाजी, कोराना संक्रमित शवों को लेकर किया था ये दावा
कोरोना संक्रमण से जहां सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है, कब्रिस्तान और श्मशान में लोगों को लंबी-लंबी कतारें लगानी पड़ रही हैं, वहीं पर कुछ लोग लाशों का सौदा करने से भी नहीं चूक रहे हैं. ताजा मामला सामने आया है नोएडा के सेक्टर 78 से. सेक्टर 78 में रहने वाले युक्ति आर्य ने मीडिया को बताया कि उनके रिश्तेदार सेक्टर 74 के अजनारा ग्रैंड में रहते हैं. ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में बुधवार को उनकी मौत हो गई थी. गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार कराना था, करीब 20 घंटे बाद घर वालों को अस्पताल ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार किया जाना है.
इस खबर के बाद परिजन पहले नोएडा सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास पहुंचे. मगर उन्हें 18 घंटे बाद तक की वेटिंग मिली. युक्ति आर्य फिटनेस ट्रेनर और फिट इंडिया मूवमेंट की ब्रांड एंबेसडर भी हैं. इसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए दूसरे शवदाह गृह की तलाश शुरू कर दी. इस दौरान परिजनों को ऑनलाइन एक कंपनी मिली, जिसने कोराना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने का दावा किया हुआ था.
ऑनलाइन बातचीत करने पर एजेंसी ने बताया कि शव का अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर 1:00 बजे किया जाएगा, एजेंसी ने परिवार से ₹25,000 जमा करने के लिए कहा. 2 घंटे बाद परिजनों से शव को दिल्ली के लोधी रोड ले जाने को कहा. लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि वहां शव दहन की कोई भी व्यवस्था नहीं है.
इसके बाद परिजनों ने एजेंसी से दोबारा संपर्क किया, तो एजेंसी ने परिजनों को गाजीपुर श्मशान स्थल जाने के लिए कहा. लेकिन यहां भी एजेंसी की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया था, जिसके बाद परिजनों ने एजेंसी से बातचीत करने की कोशिश की तो सारे के सारे नंबर बंद हो गए.
परिजनों ने थक हार कर ब्रिज घाट पर किसी तरह शव का अंतिम संस्कार कराया.