देश के 18 जिलों में कोरोना का कहर, रोजाना हो रही संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी

Update: 2021-08-03 13:30 GMT

फाइल फोटो 

स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देशभर में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट आ रही है. साथ ही रोजाना 100 से अधिक मामले वाले जिलों में भी कमी आई है. 1 जून को देश में 279 जिले ऐसे थे जहां पर रोजाना 100 से अधिक केस दर्ज होते थे, लेकिन अब यह घटकर 57 जिलों तक सिमट गया है. मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अभी वर्तमान में 57 जिलों में ही रोजाना कोरोना के 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 222 जिलों में मामलों की संख्या में कमी आई है. सीमित क्षेत्र में ही केस के मामले बढ़ रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केरल के 10 जिलों सहित 18 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना मामलों में बढ़ोतरी का रुझान देखा जा रहा है. इन 18 जिलों में 47.5% मामले हैं. उन्होंने कहा कि 44 जिले ऐसे हैं जहां मामले की पॉजिटिविटी रेट 10% से अधिक है. ये जिले केरल, मणिपुर, मिजोरम और नगालैंड में हैं. केरल में 10 जिले तो महाराष्ट्र में 3 और मणिपुर में 2 जिले हैं.

महामारी अभी खत्म नहीं हुई

टीकाकरण के बारे में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अब तक कुल 47.85 करोड़ डोज दी गईं, जिसमें 37.26 करोड़ पहला डोज और 10.59 करोड़ दूसरा डोज शामिल हैं. हमने मई में 19.6 लाख और जुलाई में 43.41 लाख डोज दीं. जुलाई में प्रशासित टीके की कुल खुराक मई की तुलना में दोगुने से अधिक है. उन्होंने कहा कि ऐसे कुछ राज्य हैं जहां 3 करोड़ से अधिक टीकाकरण खुराक की आपूर्ति की गई है. उत्तर प्रदेश को 4.88 करोड़ खुराक, महाराष्ट्र को 4.5 करोड़ और गुजरात को 3.4 करोड़ डोज दी गई है. लव अग्रवाल ने कहा कि दुनियाभर में बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. जहां तक ​​भारत का सवाल है, दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है.

हिमाचल प्रदेश में बढ़ रहे मामले

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि रीप्रडक्शन (आर) संख्या का उपयोग करके विकास दर और एक्टिव केस का भी आकलन किया जाता है. यह संपूर्ण संक्रामक अवधि के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति द्वारा उत्पन्न नए संक्रमणों की औसत संख्या है. जब भी R नंबर एक से ऊपर होता है, तो इसका मतलब है कि केस लगातार बढ़ रहा है और इसे नियंत्रित करने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और भारत में औसतन 1.2 R नंबर है. इसका मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति एक से अधिक लोगों को संक्रमित कर रहा है. भारत के 8 राज्यों में R संख्या अधिक है. उन्होंने कहा कि इस आधार पर हिमाचल प्रदेश में स्थिति संवेदनशील है. यहां पर मामले बढ़ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में यह दर 1.4 R है जबकि महाराष्ट्र में सबसे कम और यहां -1 R दर है.


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