शिमला। हिमाचल प्रदेश आपदा राहत कोष में 163 करोड़ रुपए से अधिक का अंशदान एकत्र हुआ है। प्रदेश के लोगों सहित बाहरी राज्य के लोग भी आपदा राहत कोष में अंशदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने आपदा की इस घड़ी में अतुलनीय योगदान के लिए सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह अंशदान प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने और उनके पुनर्वास में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक सोमा देवी ने अपनी एक माह की पैंशन 61000 रुपए व अवनि सिंह ने अपने 15वें जन्मदिवस पर 51000 रुपए दिए हैं।
प्रदेश ही नहीं अपितु बाहरी राज्यों से भी इस कोष में राशि प्रदान की जा रही है। राजस्थान व कर्नाटक सरकार ने 15-15 करोड़ रुपए, छत्तीसगढ़ ने 11 करोड़ रुपए, तमिलनाडु ने 10 करोड़ रुपए और हरियाणा सरकार ने 5 करोड़ रुपए की सहयोग राशि प्रदान की है। इस बरसात में जुलाई और अगस्त माह में बहुत भारी बारिश के कारण प्रदेश भर में तबाही का एक ऐसा दौर शुरू हुआ, जिसमें 330 से अधिक लोग असमय काल का ग्रास बने हैं। इसके अलावा निजी एवं सार्वजनिक सम्पत्ति को भी भारी नुक्सान हुआ है। इस वर्ष बरसात में बादल पिछले 50 वर्षों की तुलना में सर्वाधिक बरसे हैं जिस कारण सड़क अधोसंरचना, जल आपूर्ति परियोजनाएं, विद्युत लाइनें, भवन, निजी एवं सार्वजनिक सम्पत्ति बड़े स्तर पर क्षतिग्रस्त हुई है।