कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के परिवार वालो से मिले, कही ये बता
पढ़े पूरी खबर
कोलकाता। अदालती निगरानी के बिना निष्पक्ष सीबीआइ जांच संभव नहीं है। कांग्रेस नेता व सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उक्त बातें कहीं। बुधवार को बीरभूम शांतिनिकेतन में आदिवासी नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए चौधरी ने उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जैसी सीबीआइ नहीं चाहिए। हम हाईकोर्ट के तत्वावधान में सीबीआइ जांच चाहते हैं। अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग उन्होंने की। अधीर रंजन चौधरी ने पीड़ित आदिवासी नाबालिग परिवार से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से धराशायी हो गयी है। राज्य की महिलाएं आज अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। राज्य भर में महिलाओं के उत्पीडऩ का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। बच्चियां तक सुरक्षित नहीं है। एक महिला मुख्यमंत्री के शासन में यदि महिलाएं और बच्चियां ही सुरक्षित नही रहेंगी, यह किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। बीरभूम शांतिनिकेतन में आदिवासी नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए चौधरी ने उक्त बातें कहीं।
गत गुरुवार को शांतिनिकेतन थाना के आदित्यपुर में चरक मेला देखने गयी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। कथित तौर पर दुष्कर्म के इस घटना को लेकर ही विरोधी राजनीति गरम हो गयी थी। अधीर रंजन चौधरी ने पत्रकारों को बताया की हाल के दिनों में पश्चिम बंगाल में अपराध की कई घटनाएं हुई हैं। महिलाओं के खिलाफ हिंसा के कई आरोप सामने आये हैं।
नदिया के हांसखाली दुष्कर्म, बागटुई नरसंहार सहित कई आरोपों की सीबीआइ जांच कलकत्ता हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद की जा रही है। हम चाहते हैं कि शांतिनिकेतन की आदिवासी नबालिग के सामूहिक दुष्कर्म का मामला भी कलकत्ता हाईकोर्ट के निगरानी में सीबीआइ करे। तभी असल दोषी गिरफ्तार होंगे। मौके पर हांसन के पूर्व कांग्रेस विधायक मिल्टन राशिद समेत अन्य नेता उपस्थित थे।