दबोची गईं बच्चा चोर युवतियां, बच्ची का किया था अपहरण, पुलिस ने ऐसे पहुंचाया सलाखों के पीछे

6 साल की बच्ची के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है.

Update: 2021-08-13 03:25 GMT

झारखंड की राजधानी रांची में एक 6 साल की बच्ची के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. 17 जुलाई की रांची के बूटी मोड़ इलाके से भीख मांग कर गुजारा करने वाली 6 वर्षीय मासूम बच्ची अचानक गायब हो गई. आंचल की मां बालों देवी ने रांची सदर थाने में बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जांच के बाद बच्ची को बेंगलुरु से बरामद किया है. इस केस में 2 आरोपी युवतियों को गिरफ्तार किया गया है.

दरअसल पुलिस को पहले यह मामला गुमशुदगी का लग रहा था, लेकिन पुलिस ने जब बूटी मोड़ स्थित सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो सच सामने आया. सीसीटीवी फुटेज में दो युवतियां बच्ची को अपने साथ ले जाती हुई दिखीं. दोनों एक ऑटो में बिठाकर उसे लेकर फरार हो गईं. जैसे ही पुलिस को मामला समझ में आया, बच्ची के अपहरण से संबंधित एफआईआर दर्ज की गई और पुलिस की टीम तफ्तीश में जुट गई.
पुलिस के हाथ पहला सुराग सीसीटीवी फुटेज के जरिए ही लगा. किडनैपिंग केस में पुलिस ने उस ऑटो का पता लगाया, जिसमें बैठकर युवतियां गई थीं. ऑटो ड्राइवर ने युवतियों के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद उन्हें पकड़ा गया. मामले में चौकाने वाली बात समान आई. दोनों ने महज 40 हजार रुपये के लिए बच्ची का अपहरण किया था, फिर उसे बेच दिया.
पूछताछ में दोनों युवतियों ने कहा कि उन्होंने 40 हजार रुपये के लिए बच्ची को एक ऐसी महिला को दिया जो निःसंतान थी. दोनों आरोपी बूटी इलाके की रहने वाली हैं. जिस महिला को बच्ची बेची गई, उसे यह बताया गया कि बच्ची के माता-पिता नहीं हैं. बेसहारा बच्ची को सहारे की जरूरत है. जिस महिला ने बच्ची को खरीदा था, उसने बताया कि बच्ची की लालच में उसने 40 हजार रुपये में सौदेबाजी कर ली.
इस केस में पुलिस की संजीदगी से ही बच्ची की सौदेबाजी और गलत तरीके से एडॉप्ट किए जाने का मामला उजागर हो गया है. वहीं जिस महिला ने बच्ची को एडॉप्ट किया उसका कहना है कि एडॉप्शन की प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं थी, जिसकी वजह से वह इस केस में फंस गई. महिला के बयान में कितनी सच्चाई है, यह तो पुलिस की जांच में ही सामने आएगी, लेकिन बच्ची की लालच ने उसे गुनहगार तो बना ही दिया है.


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