मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पीएम मोदी पर लगाया देश की अर्थव्यवस्था खराब करने का आरोप

Update: 2023-07-17 12:26 GMT

कर्नाटक।  आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष अब एकजुट हो रहा है. इस एकजुटता की दूसरी कोशिश यानी दूसरी बैठक आज से बेंगलुरु में शुरू हो रही है. इस बैठक में कई दलों को जोड़ने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ी है. बीते दिन तक तो यह स्पष्ट नहीं था कि आम आदमी पार्टी इस बैठक का हिस्सा होगी भी या नहीं. लेकिन कांग्रेस की तरफ से उनकी शर्त मानने के बाद AAP नेता बैठक में आने को राजी हो गए हैं.

इस बैठक में शामिल होने से पहले आम आदमी पार्टी इस शर्त पर अड़ी थी कि कांग्रेस केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश का राज्यसभा में विरोध करे. लंबे समय से कांग्रेस AAP की इस शर्त पर हामी भरने से बच रही थी, लेकिन बीते दिन कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश (दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण पर) पर हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है. हम इसका समर्थन नहीं करने जा रहे हैं. कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई और इसमें तय हुआ कि अब AAP के शीर्ष नेता इस बैठक में शामिल होने के लिए बेंगलुरु जाएंगे.

दरअसल पार्टियों को मनाने और समझाने का यह सिलसिला इतना आसान नहीं है. आपस में अलग-अलग विचारधाराएं रखने वाली यह पार्टियां कई मुद्दों पर एक दूसरे से अलग राय रखती हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी को बैठक में शामिल करने के लिए कांग्रेस को मनाने का यह काम ममता बनर्जी की पार्टी यानी तृणमूल कांग्रेस ने किया है.





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