मुख्यमंत्री को लगा बड़ा झटका, करीबी नेता ने ज्वाइन की विरोधी पार्टी
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बिहार। बिहार में एनडीए घटक के मंत्री सुमित कुमार सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तटस्थ हैं. वहीं, जमुई के पूर्व बीजेपी नेता सह पूर्व विधायक अजय प्रताप ने कमल का साथ छोड़कर आरजेडी का दामन थाम लिया. लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर महागठबंधन की प्रत्याशी अर्चना रविदास के लिए समर्थन मांगने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जमुई पहुंचे थे. इसको लेकर आयोजित सभा में तेजस्वी यादव के सामने अजय प्रताप आरजेडी में शामिल हो गए. वहीं, अजय प्रताप का जमुई विधानसभा क्षेत्र में अच्छा दबदबा रहा है. ऐसे में अपनी राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए अजय प्रताप आरजेडी में शामिल हो गए. आरजेडी में अजय प्रताप शामिल होते ही जमुई में राजनीति में हलचल तेज हो गई।
इसका भारी नुकसान एनडीए घटक के लोजपा आर के प्रत्याशी अरुण भारती को उठाना पड़ सकता है। बता दें कि अजय प्रताप जमुई के दिवंगत पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. 2010 के विधानसभा चुनाव जेडीयू के टिकट से अजय प्रताप चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. दूसरी बार 2015 के विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था. तीसरी बार भी 2020 में समता पार्टी के टिकट से मैदान में उतरे, लेकिन तीसरी बार भी हार गए. जमुई विधानसभा के वोटर्स में अजय प्रताप का अच्छा प्रभाव है. ऐसे में पूर्व विधायक अजय प्रताप का आरजेडी में शामिल होने के बाद लोजपा आर के प्रत्याशी अरुण भारती और आरजेडी प्रत्याशी अर्चना रविदास के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है, लेकिन आगामी 19 अप्रैल को मतदान के समय जमुई की जनता ही इस पर फैसला करेगी कि किसको विजयी मुकुट पहनाना है।